हिमाचल में 8 जनवरी से गांव-गांव जाएगी हिमाचल सरकार, लोगों की समस्याओं को करेगी हल!
Nahan News in Hindi: नाहन में गुरुवार को मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि जनवरी से गांव-गांव हिमाचल सरकार जाएगी. सीएम सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे.
Nahan News: 8 जनवरी से हिमाचल में सुक्खू सरकार खास कार्यक्रम ''सरकार गांव के द्वार'' शुरू करने जा रही है जिसके तहत कांग्रेस के मंत्री व विधायक गांव-गांव में जाकर लोगों की समस्याओं को जानेंगे. यह जानकारी वरिष्ठ कांग्रेस नेता व हिमाचल सरकार में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने नाहन में आज पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी.
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक में सरकार ने गांव के द्वारा कार्यक्रम को शुरू करने का निर्णय लिया गया था और इसका शुभारंभ 8 जनवरी को खुद मुख्यमंत्री द्वारा किया जाएगा और यह कार्यक्रम 12 फरवरी तक चलेगा. उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी विधायक अपने-अपने चुनाव क्षेत्र में जाएंगे और इस दौरान जहां लोगों की समस्याओं को सुना जाएगा. वहीं सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को भी जनता के बीच पहुंचा जाएगा.
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि जनता से की गई कई वायदे कांग्रेस ने पूरे किए है और सभी वायदों को चरण बद्ध तरीके से से पूरा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के मकसद से और राजीव गांधी स्टार्टअप योजना और सोलर पावर प्रोजेक्ट योजना की शुरुआत की जा रही है, जिससे हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा.
उन्होंने यह भी कहा कि 6 जनवरी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू नाहन विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा विशेष रूप से आपदा प्रभावित लोगों को राहत राशि प्रदान की जाएगी. वहीं मुख्यमंत्री कई परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे. मुख्यमंत्री नाहन के ऐतिहासिक चौगान में विशाल जनसमूह को संबोधित करें
वहीं गिरिपार जनजातीय मामले को लेकर मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने भाजपा और केंद्रीय हाटी समिति के नेताओं पर राजनीति करने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण आते ही 12 घंटे के भीतर सरकार ने हाटी अधिनियम को लागू किया जबकि केंद्रीय हाटी समिति और भाजपा नेताओं द्वारा लगातार यह भ्रम फैलाने की कोशिश की गई कि मामला हिमाचल सरकार द्वारा रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर उनकी व्यक्तिगत तौर पर छवि खराब करने की कोशिश भी की गई जो बेहद निंदनीय है.