विपन कुमार/धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में बेहतर पेयजल व्यवस्था को लेकर एक नई पहल की जा रही है. शहर और आस पास के करीब 50 स्थान चिन्हित किए गए हैं जहां सभी के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था होगी, जिससे लोगों को प्लास्टिक बोतल बंद पानी खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को बड़ी सहूलियत मिलेगी. 


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मंगलवार को धर्मशाला विधायक सुधीर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जल शक्ति भवन का शिलान्यास करते हुए 2.22 करोड रुपये से बनने वाला जल शक्ति विभाग का यह कार्यालय भवन तीन मंजिला होगा, जिसमें स्थापत्य कला और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का उचित समायोजन होगा. विधायक ने नए भवन के निर्माण में भूकंप रोधी तकनीक समेत विद्युत व्यवस्था के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने की भी बात कही. 


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विधायक ने कहा कि धर्मशाला में विकास को नई दिशा और गति देने के लिए सुनियोजित तरीके के साथ काम किया जा रहा है. धर्मशाला में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की धनराशि को सही ढंग से इस्तेमाल करने पर फोकस किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने धर्मशाला के ढगवार में 250 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित करने को स्वीकृति दे दी है. इसके संचालन से लेकर विपणन संबंधी गतिविधियों के लिए एनडीडीबी की सहायता ली जाएगी. 


मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी बीते दिन शिमला में एक बैठक के दौरान इस प्रोजेक्ट को स्वीकृति देते हुए इसका कार्य तेजी से आगे बढ़ाने की बात कही थी. इसके लिए विधायक ने सीएम सुक्खू का आभार भी जताया. ढगवार दुग्ध संयंत्र की क्षमता एक लाख लीटर से तीन लाख लीटर तक होगी, जिसमें उच्च गुणवत्ता वाले दूध के उत्पाद भी तैयार किए जाएंगे. प्रदेश में डेयरी आधारित उद्योग को बढ़ावा देने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर बनाने में यह कदम बहुत कारगर साबित होगा.


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3010 मीटर तक बढ़ाई जाएगी रनवे की लंबाई 
उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के जदरांगल कैंपस के लिए पहले चरण की स्वीकृति मिल गई है. जल्द ही इसका कार्य गति भी पकडे़गा. इसके अलावा सरकार ने कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का निर्णय भी ले लिया है. कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार के बाद, रनवे की लंबाई 3010 मीटर तक बढ़ाई जाएगी जो ए-320 प्रकार के विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त होगी. यह कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने की सरकार की योजना के कार्यान्वयन के लिए दूरगामी भूमिका निभाएगा.


7 जगहें की गईं चिन्हित
सुधीर शर्मा ने कहा कि धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण खेल अधोसंरचना को मजबूत बनाने व युवाओं को खेल सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में कार्य किया जा रहा है. क्षेत्र में 7 जगहें चिन्हित की गई हैं जहां धर्मशाला के पुलिस मैदान से भी बड़े आकार के मैदान खेल स्टेडियम के तौर पर विकसित किए जाएंगे. इससे युवाओं को गांवों में खेल को लेकर अच्छी सुविधा मिलेगी. खेल स्टेडियम बनाने को लेकर एफआरए मामले तैयार करने का काम किया जा रहा है. जल्द ही वन विभाग से इसकी स्वीकृति भी मिल जाएगी और बरसात के बाद तुरंत इसका कार्य शुरू कर दियाए जाएगा. 


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