देवेंद्र/नाहन: हिमाचल प्रदेश के नाहन में मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को चाहिए कि वो सरकार पर उंगली उठाने की बजाय मुख्यमंत्री के साथ खड़े हों और दिल्ली जाकर केंद्र सरकार से मदद दिलवाएं. उन्होंने कहा कि राजनीति और एक दूसरे के ऊपर छीटाकशी करने का समय बाद में भी मिल सकता है, लेकिन आपदा के समय राजनीति से ऊपर उठकर एक साथ काम करने की जरूरत है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश मुश्किल दौर से गुजर रहा है. प्रदेश में एक महीने से लगातार आपदाओं का दौर जारी है. उन्होंने कहा कि पहले चरण में कुल्लू और मंडी जिला में बड़ा नुकसान हुआ और अब सिरमौर, सोलन और राजधानी शिमला में भी बड़ा नुकसान देखने को मिल रहा है.


ये भी पढ़ें- Independence Day 2023: हमीरपुर जिला में मनाया गया आजादी का अमृतमहोत्सव


विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भारी बारिश से प्रदेशभर में किसानों को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है. सरकार राहत और पुनर्वास के कार्य पर जोर दे रही है. उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद सरकार के खजाने को पूर्ण रूप से खोल दिया गया है. बीते दिन मुख्यमंत्री ने अतिरिक्त 30 करोड़ रुपये लोकमान्य विभाग को जारी किए हैं ताकि सड़कों के निर्माण कार्य को गति दी जा सके.


विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 5 से 10 हजार करोड़ रुपये के बीच नुकसान अभी तक हो चुका है. खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रधानमंत्री से निवेदन किया है कि हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार पूर्ण रूप से मदद करे ताकि इस मुश्किल घड़ी में हिमाचल आपदा से संभल सके. उन्होंने कहा कि कुछ पैसा जरूर केंद्र सरकार की तरफ से मिला है, लेकिन आवश्यकता के मुताबिक अभी मदद नहीं मिल पाई है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सरकार ने मुआवजा राशि में बढ़ोतरी की है और कोशिश की जा रही है कि अधिक से अधिक मदद प्रभावितों तक पहुंचाई जा सके.


WATCH LIVE TV