Himachal Politics: कंगना के बयान पर सियासी घमासान! विक्रमादित्य ने कड़ी निंदा कर कहा- `किसानों के संघर्षों का हैं अपमान`
Kangana Ranaut statement on Farmers: कंगना रनौत ने किसान आंदोलन को लेकर दिए गए बयान पर हरियाणा में कांग्रेस-आप और किसान नेताओं में आक्रोश हैं. सभी पार्टियों ने इस बयान को गलत बताया और भाजपा की आलोचना की. इस पर कई नेताओं ने सवाल खड़े किए हैं.
Vikramaditya Singh on Kangana Ranaut: कंगना रनौत के बयान पर सियासी घमासान हो रहा है. इस दौरान आज हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश मंडी सांसद और अभिनेत्री कंगना रणौत द्वारा हरियाणा में किसान आंदोलन पर किए गए अनिर्देशित और गलत बयान की कड़ी निंदा करता हूं. उनके अमूल्य आरोप अमेरिका और चीन की हारियाणा में किसान अस्थिरता में भूमिका को प्रश्नचिह्न से भर दिए हैं जो बेकार, तथ्यों पर आधारित नहीं हैं और उनकी बौद्धिक व्यापारिक बकाई को दर्शाते हैं.
इसके बाद विक्रमादित्य सिंह ने (Vikramaditya Singh on Kangana Ranaut) कहा कि प्रतिपक्ष के सदस्य और मंडी संसदीय सेगमेंट के चुने हुए प्रतिनिधि, कंगना रणौत को इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर बोलने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए. यह ध्यान देने योग्य है कि केंद्र सरकार, विशेष रूप से बाहरी मामलों की मंत्रालय, अपने विदेश नीति के खिलाफ उनके दावों का जवाब देना चाहिए. ऐसे बयान किसानों के संघर्षों और बलिदान के लिए अपमान हैं. खासकर जब पीएम ने पहले ही किसानों के खिलाफ काले कानूनों को रोल बैक कर दिया है, यह बयान अस्वीकार्य है। हम उनके असंवेदनशील और विभाजनात्मक बयानों के लिए उनसे माफी मांगते हैं.
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बता दें कि हाल ही में कंगना रनौत ने यह बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया था कि अगर शीर्ष नेतृत्व पर्याप्त मजबूत नहीं होता तो किसानों के विरोध प्रदर्शन से देश में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी. मंडी सांसद द्वारा एक्स पर सांझा किए गए एक वीडियो में, उन्होंने आरोप लगाया कि अब निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के दौरान शव लटक रहे थे और बलात्कार हो रहे थे. कंगना रनौत के इस ब्यान ने बहुत सारे सवाल खड़े कर दिए है.