Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में इस समय आई आपदा के बाद यहां के लोग डरे हुए हैं. जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रहे हैं, चट्टानें खिसक रही हैं और कहीं बादल फट रहे हैं, जिसकी वजह से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. इस सब की वजह से लोग बाहर निकलने से भी डर रहे हैं और घर में रहने से भी डर रहे हैं. 


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बिलासपुर में इस जगह हुआ भूस्खलन
बता दें, बिलासपुर में भी बीते कई दिनों से भारी बारिश का दौर जारी है, जिसका ज्यादा असर ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रहा है. वहीं भारी बारिश के चलते घुमारवीं से सरकाघाट सड़क पर भी पन्याला के पास भूस्खलन हुआ था, जिससे यह मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया था. वहीं, लोक निर्माण विभाग की टीम व स्थानीय लोगों ने सड़क पर गिरे मलबे को हटाया ताकि जल्द ही इस सड़क को बहाल किया जा सके. 


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नालागढ़ में भी बारिश से बुरा हाल
अगर नालागढ़ की बात की जाए तो नालागढ़ तहसील की ग्राम पंचायत कुंडलू के गांव पनौली में भी कई घरों में दरारें आने से ये मकान गिरने की कगार पर हैं. हिमाचल प्रदेश में भारी बरसात कहर बनकर टूट रही है. एक ओर सड़कें भूस्खलन की वजह से टूट गई हैं, वहीं पहाड़ियां भी खिसकने लगी हैं, जिसकी वजह से कई जानें भी चली गई हैं.


मकान छोड़ने को मजबूर हुए लोग
नालागढ़ के तहत आने वाली ग्राम पंचायत कुंडलू के गांव पनौली में भी भारी बरसात के चलते जमीन धसने से गांव के पांच मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं और मकान गिरने का खतरा बढ़ गया है. घरों में रह रहे लोगों ने मकान खाली करना शुरू कर दिया है. 


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इसके अलावा आज प्रदेश की पोंग बांध की महाराणा प्रताप झील का जलस्तर भी 1398.70 हो पहुंच गया. झील में पानी की आमद करीब 60 हजार क्योसिक दर्ज की गई. पोंग डैम से 1 लाख 48 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. वहीं, ब्यास नदी के किनारे बसे गांवों में पानी ने खूब तबाही मचाई हुई है.


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