मौसम साफ होते ही वन विभाग ने जारी किया अलर्ट, आगजनी की घटना को लेकर तैयारियां शुरू
प्रदेश में मार्च से लगातर हो रही बारिश के चलते अभी तक राहत की सांस ले रहा वन विभाग फिर से अलर्ट पर आ गया है. प्रदेश में मौसम साफ हो गया है. सोलन वन मंडल ने अपने कर्मचारियों को जंगलों को आग से बचाने के लिए निर्देश दे दिए है.
Himachal pradesh Weather Update: प्रदेश में मार्च से लगातर हो रही बारिश के चलते अभी तक राहत की सांस ले रहा वन विभाग फिर से अलर्ट पर आ गया है. प्रदेश में मौसम साफ हो गया है. सोलन वन मंडल ने अपने कर्मचारियों को जंगलों को आग से बचाने के लिए निर्देश दे दिए है. वन विभाग ने बताया कि पिछले साल सोलन मंडल में वनों की आग के 75 मामले सामने आए थे, वहीं इस बार केवल 3 मामले ही वनों की आग के आए है.
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विभाग के मुताबिक, 15 अप्रैल से शुरू हुए फायर सीजन के दौरान सोलन सहित प्रदेश में लगातार बारिश होती रही. विभाग की माने तो लगातर बारिश के चलते अब जंगलों में आग लगने की संभावना पिछले वर्षों की तुलना में कम है, लेकिन विभाग ने अपनी और से ऐतिहातन कदम उठाने शुरू कर दिए है. साथ ही सेटलाइट की मदद भी ली जा रही है. कि कही आग लगती है, तो सेटलाइट के माध्यम से सम्बंधित कर्मचारी व अधिकारी को इसकी सूचना तुरंत आ जाएगी. क्योंकि पहले सूचना में देरी हो जाती थी.
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इतना ही नहीं, जंगलों के साथ लगती यदि किसी व्यक्ति ने अपनी घासनी में एक जगह पर एकत्रित किए गए कांटो व झाड़ियों को भी जलाना है तो उसके लिए विभाग से अनुमति लेनी होगी और विभाग के कर्मचारी की निगरानी में यह आग लगाई जाएगी. अक्सर यह भी वनों में आग का बड़ा कारण हो सकता है. पिछले वर्ष वनों की आग के 75 मामलों में करीब एक हजार हेक्टेयर वन जल कर राख हुई थी. इससे करीब 37 लाख रुपए की वन संपदा राख हुई थी. वन मंडला अद्धिकारी कुनाल अंगरिश ने बताया कि आगजनी की घटना से निपटने के लिए वन विभाग तैयार है. ताकि अमूलय वन संपदा को बचाया जा सके.