शिमला: हिमाचल प्रदेश में 3 दिनों से लगातार बारिश का कहर जारा है. हालांकि, राजधानी शिमला, कांगड़ा में हल्की बूंदाबांदी हुई, लेकिन बिलासपुर, हमीरपुर, सहित कई जिलों में झमाझम बारिश हुई. वहीं बारिश के कारण मनाली-काजा मार्ग में फंसे 105 लोग 14 घंटे बाद सुरक्षित बचाकर कोकसर पहुंचाए गए. 


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वहीं, मूसलाधार बारिश के कारण सोमवार शाम तक प्रदेश में 48 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही. इसके अलावा 55 बिजली ट्रांसफार्मक और 42 पेयजल योजनाएं भी बंद रहीं. बारिश के कारण राज्य में 13 कच्चे मकान और चार गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुईं. ऐसे में प्रदेश में भारी बरसात को लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया है. 


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इतना ही नहीं चंबा जिले में 31 और लाहौल-स्पीति में 11 पेयजल योजनाएं प्रभावित रहीं. बता दें, बारिश से अब तक प्रदेश में 53, 869 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है. वहीं बारिश के कारण दियां उफान पर हैं. जगह-जगह भूस्खलन से जान-माल को नुकसान हो रहा है. 


हिमाचल प्रदेश के में बीते 3 दिनों से बारिश हो रही है. सोलन में बारिश के चलते पहाड़ दरकने का सिलसिला जारी है. अब सोलन के पहाड़ दरकने लगे हैं जिससे बड़े बड़े पत्थर, पेड़ और बिजली की तारे सड़क पर आ गिरी है. बारिश के कारण कई स्थानों पर लैंडस्लाइड हो रहे हैं. वही कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 पर कई जगह पत्थर, मलवा और पेड़ गिरे हैं. ऐसे में हाईवे पर गाड़ियों का चलना खतरनाक हो गया है. 


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