Punjab News: उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एन.जेड.सी.सी.), पटियाला (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक पंजाब के राज्यपाल की अध्यक्षता में जयपुर में आयोजित की गई. राज्यपाल उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के एक्स ऑफिशियो अध्यक्ष हैं. 


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श्री बनवारी लाल पुरोहित ने बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में उच्चतम स्तर की पारदर्शिता एवं वित्तीय औचित्य का पालन करने के निर्देश दिये. उन्होंने इस बात की भी सराहना की कि कलाकारों और विक्रेताओं को हर प्रकार का भुगतान एनजेडसीसी द्वारा ऑनलाइन हस्तांतरण के माध्यम से किए जा रहे हैं. 


इस दौरान लोक कलाकार सम्मान पुरस्कार के नियम भी बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किए गए और 1 दिसंबर से 10 दिसंबर तक आयोजित होने वाले चंडीगढ़ शिल्प मेले के दौरान पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया. ये पुरस्कार पिछले साल घोषित किए गए थे और इसकी राशि राज्यपाल निधि से प्राप्त की जाएगी. 


बैठक में युवा लोक कलाकारों के लिए पुरस्कार स्थापित करने के सुझाव पर भी चर्चा की गई. बैठक में एनजेडसीसी द्वारा पिछले साल आयोजित प्रमुख कार्यक्रमों और त्योहारों की झलक के साथ वितस्ता उत्सव पर एक वृत्तचित्र दिखाया गया. एनजेडसीसी के निदेशक फुरकान खान ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से एनजेडसीसी की कार्यप्रणाली और वित्तीय स्थिति संबंधी जानकारी दी.


माननीय राज्यपाल ने एनजेडसीसी और इसके निदेशक के कामकाज की सराहना की. उन्होंने एनजेडसीसी के निदेशक और उनकी टीम को कड़ी मेहनत और दैनिक कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए बधाई दी. बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने एनजेडसीसी की कार्यक्रम समिति, वित्त समितियों और कार्यकारी बोर्ड द्वारा की गई सिफारिशों को भी मंजूरी दे दी, जिसमें वर्ष 2022-23 के दौरान अयोजित कार्यक्रमों/गतिविधियों और गैर-कार्यक्रम पक्षों के लिए 1232.71 लाख रुपये के व्यय की मंजूरी और वर्ष 2023-24 के दौरान कार्यक्रमों/गतिविधियों के आयोजन और गैर-कार्यक्रम पक्षों के लिए 1480.00 लाख रुपये की बजट स्वीकृति शामिल है. 


माननीय राज्यपाल ने यह भी निर्देश दिया कि क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के मूल आदेश को ध्यान में रखते हुए सभी कला रूपों को उचित महत्व दिया जाना चाहिए. संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव अमिता प्रसाद ने हाऊस को अवगत कराया कि हर  प्रकार के कलाकारों के लिए मानदेय दरों में पर्याप्त वृद्धि की प्रक्रिया चल रही है और उम्मीद है कि इसे अगले वित्तीय वर्ष से लागू किर दिया जाएगा. 


हाऊस ने संस्कृति मंत्रालय के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने सुझाव दिया कि हर एक क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा प्रत्येक वर्ष रोटेशन के आधार पर अपने एक सदस्य राज्य में एक क्षेत्रीय स्तरीय महोत्सव आयोजित किया जाना चाहिए.


बैठक में उपस्थित अन्य लोगों में श्रीमती गायत्री राठौड़ आईएएस, प्रमुख सचिव कला एवं संस्कृति राजस्थान, श्री मेहबूब अली खान, सचिव संस्कृति, लद्दाख, श्री हरि आईएएस, सचिव कला एवं संस्कृति चंडीगढ़ और नामित सदस्य शामिल थे.