अरविंदर सिंह/हमीरपुर: स्कूली बच्चों में एक बार फिर मंप्स के केस आना शुरू हो गए हैं. स्वास्थ्य विभाग को हमीरपुर जिला के भोरंज क्षेत्र में एक निजी स्कूल के बच्चों में इस रोग के बारे में सूचित किया गया था, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्कूल में करीब 250 विद्यार्थियों की स्क्रीनिंग की. इस दौरान मंप्स के 10 केस पाए गए. 


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सीएमओ हमीरपुर डॉ. आर के अग्निहोत्री ने बताया कि स्वास्थ विभाग ने स्कूल प्रशासन से कहा है कि अगर किसी बच्चे में मंप्स के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे एक सप्ताह तक स्कूल से छुट्टी दी जाए. बता दें, हमीरपुर शहर के साथ लगते कई स्कूलों में पहले भी मंप्स के मामले सामने आए थे. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए थे कि संक्रमण से पीड़ित बच्चों को स्कूल प्रशासन द्वारा छुट्टियां दी जाएं.


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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री ने दी जानकारी
इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री ने कहा कि एक स्कूल में करीब 250 विद्यार्थियों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 10 बच्चों में मंप्स के लक्षण पाए गए हैं, जिन्हें देखते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए. साथ ही चिकित्सकों से समय-समय पर परामर्श लेने के आदेश दिए गए हैं. 


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ये हैं मंप्स के लक्षण
उन्होंने बताया कि मंप्स एक गंभीर वायरल संक्रमण होता है, जिसमें लार ग्रंथियों में दर्दनाक विस्तार हो जाता है. इसके लक्षण ठंड लगना, सिरदर्द, भूख का कम हो जाना, बुखार और कमजोरी महसूस करना शामिल है. इससे संक्रमित होने पर लार ग्रंथियों में सूजन आना जाती है. उन्होंने बताया कि किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने से हवा में मिली छोटी-छोटी बूंदों के बीच सांस लेने या संक्रमित लार से दूषित वस्तुओं के सीधे संपर्क में आने से बच्चे मंप्स से संक्रमित हो जाते हैं.


बता दें, इससे पहले भी हमीरपुर जिला में मंप्स के पॉजिटिव मामले सामने आए थे, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 50 स्कूलों में जाकर छात्रों के स्वास्थ्य की जांच की थी. विभाग द्वारा टीम भी गठित की गई थी. इन टीमों ने 11,834 छात्रों की जांच की. साथ ही शिक्षकों को भी हिदायत दी थी कि संक्रमण के लक्षण पाए जाने पर छात्रों को 5 दिन स्कूल ना बुलाए. 


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