मनीष ठाकुर/मनाली: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में आनी विधानसभा क्षेत्र के बागा सराहन में देश-विदेश से घूमने आने वाले सैलानी जल्द ही हवा में उड़ान भर सकेंगे. बागा सराहन के बश्लेऊ जोत और मरोल से पैराग्लाइडिंग के तीन ट्रायल हुए. करीब 800 और 300 मीटर की ऊंचाई से उड़ान भरने के बाद पैराग्लाइडर पायलटों ने बागा सराहन में सफल लैंडिंग की.


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सफल ट्रायल के बाद पैराग्लाइडिंग को मिली हरी झंड़ी 
ट्रायल सफल होने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के तकनीकी विंग से यहां पैराग्लाइडिंग को हरी झंडी दे दी गई है. संस्थान से हरी झंडी मिलने के बाद यहां बड़े स्तर पर भी पैराग्लाइडिंग इवेंट करवाए जा सकेंगे. इससे यहां के पर्यटन को पंख लगेंगे. इसके साथ ही स्थानीय युवाओं के लिए भी रोजगार के अवसर खुलेंगे.


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आउटर सराज के बागा सराहन में जल्द जुड़ सकता है साहसिक खेलों का नया अध्याय 
आउटर सराज के बागा सराहन में जल्द ही साहसिक खेलों का नया अध्याय जुड़ सकता है, क्योंकि यहां पैराग्लाइडिंग की संभावनाओं को तलाशने के लिए पहली बार सफलतापूर्वक ट्रायल किया गया. अटल बिहारी पर्वतारोहण संस्थान मनाली की तकनीकी टीम ने तीन पायलटों के साथ बशलेउ पास से उड़ान भरते हुए बागा सराहन के मैदान में सफल लैंडिंग की. इस ऐतिहासिक ट्रायल के बाद अटल बिहारी पर्वतारोहण संस्थान की टीम ने पैराग्लाइडिंग के लिए संभावनाएं तलाशने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है.


स्थानीय बेरोजगार युवाओं के लिए खुलेंगे स्वरोजगार के नए अवसर 
तकनीकी टीम में शामिल पायलट और रिवर राफ्टिंग सेंटर पिरड़ी के अनुदेशक, गिमनर सिंह ने बताया कि ट्रायल की रिपोर्ट तैयार की जा रही है. अगर इस साइट को मंजूरी मिलती है, तो आउटर सराज साहसिक पर्यटन के केंद्र के रूप में उभर सकता है. साहसिक पर्यटन की दृष्टि से काफी संभावनाएं हैं. इससे स्थानीय बेरोजगार युवाओं के लिए स्वरोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे.


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