Rampur News: हिमाचल प्रदेश में एक जून को होने वाले लोक सभा एवं छह विधानसभा उपचुनाव को लेकर निर्वाचन विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है, लेकिन मतदान केंद्रों की व्यवस्था  जमीनी स्तर पर जवाबदेही एवं मतदान केंद्र सुविधाजनक हो इस बात का जमीनी स्तर पर ध्यान नहीं रखा जा रहा है. 


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ऐसा हम इसलिए लिख रहे हैं, क्योंकि इसका उदाहरण शिमला जिला के रामपुर उप मंडल से करीब 20 किलोमीटर दूर तकलेच पंचायत के खनोटु मतदान केंद्र में देखने को मिला. खनोटु  प्राथमिक पाठशाला में बनाए इस मतदान केंद्र की एक दीवार बीते वर्ष चीड़ के पेड़ गिरने के कारण टूट चुकी है. पेड़ ने दीवार को फांद कर खाली कर दिया है. 


हालांकि स्कूल अध्यापकों ने अपने जेब से धन खर्च कर खतरे को कम करने का प्रयास पूर्व में किया,  लेकिन अब निर्वाचन विभाग की ओर से भेजी गई टीम ने निरीक्षण के बाद जिस कमरे को मतदान केंद्र बनाया जाना है.


उस के बाहर रामपुर आरक्षित विधानसभा हल्के का मतदान केंद्र संख्या 69 चस्पा कर दिया है, लेकिन ठीक दरवाजे के सामने वाली दीवार टूटी हुई है, जहां से आसानी से अंदर बाहर किया जा सकता है. इस टूटी हुई जगह को दरुस्त  करने और कमरे की बदहाली को ठीक करने की किसी ने परवाह नहीं की है. 


सुरक्षा कारणों से भी बस्ती से दूर इस केंद्र में खामियां चिंता का विषय बना हुआ है. सवाल उठाए जा रहे है कि निर्वाचन विभाग के समय-समय पर दिए जा रहे सख्त निर्देश के बाद भी कोताही क्यों हो रही. जबकि चुनाव आयोग की ओर से विशेष व्यक्तियों की सुविधा और पेयजल आदि की समुचित व्यवस्थित जवाबदेही रखने के निर्देश समय-समय पर दिए जाते हैं.


ऐसा भी नहीं की इस मतदान केंद्र पर किसी का ध्यान न गया हो. बकायदा मतदान केंद्र संख्या  69 चिपकाने के साथ-साथ संबंधित अधिकारी के संपर्क नंबरों तक दर्शा दिए गए हैं और यह भी लिखा गया है की मजबूत लोकतंत्र सबकी भागीदारी है. 


भाजपा नेता नरेश चौहान ने बताया की निर्वाचन विभाग की ओर से बयान आ रहे हैं कि हर पोलिंग बूथ को सुरक्षा की दृष्टि से पूरे इंतजाम कर दिए गए हैं, लेकिन अभी भी कई स्थानों पर स्कूलों में जिन्हे मतदान केंद्र बनाया है उनकी हालत जर्जर है.  उन्होंने बताया कि रामपुर जैसी जगह जहां के प्रत्याशी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं और सरकार में मंत्री है. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है. 


उन्होंने आगे कहा ति ऐसे में इन मतदान केंद्रों में मतदान करना सुरक्षित नहीं है. यह लोकतंत्र के लिए भी सही नहीं है. वहीं,  सहायक निर्वाचन अधिकारी निशांत तोमर ने बताया कि चुनाव आयोग के दिशा निर्देशानुसार मतदान केंद्रों में सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है. अगर कहीं खामियां होगी तो उन्हें ठीक कर दिया जाएगा. ऐसे मामलों को उनके ध्यान में लाया जाए.  उसपर उचित कार्रवाई की जाएगी. 


रिपोर्ट- रामपुर, विशेषर नेगी