Pradosh Vrat 2023: सावन का पवित्र महीना कल यानी 4 जुलाई से शुरू हो रहा है.  सावन को लेकर देश के तमाम छोटे-बड़े शिव मंदिरों में तैयारियां कर ली गई हैं. सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को है. हिंदू धर्म में भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए सावन का महीना सबसे शुभ माना जाता है. इस महीने में शिव जी की विधि-विधान के साथ पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.


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वहीं सावन के महीने में प्रदोष व्रत रखने का भी विशेष महत्व है. ये व्रत रखने से भक्तों के तमाम कष्ट दूर होते हैं. ऐसे में इस बार सावन में शिव भक्तों को चार प्रदोष व्रत रखने का सौभाग्य प्राप्त होगा. सावन के महीने में भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है.  


बता दें, इस साल सावन में 2 की जगह 4 प्रदोष व्रत पड़ रहे हैं. जानें डेट 
1. सावन का पहला प्रदोश व्रत- 14 जुलाई 2023, शुक्रवार
त्रयोदशी तिथि प्रारंभ- 14 जुलाई 2023 शाम 7.17 से लगेगी, जो 15 जुलाई 2023 रात 8.32 बजे पर समाप्त होगी. 


2. सावन का दूसरा प्रदोष व्रत- 30 जुलाई 2023, रविवार
त्रयोदशी तिथि प्रारंभ- 30 जुलाई सुबह 10.34 से शुरू होकर 31 जुलाई सुबह 7.26 बजे पर समाप्त होगी. 


3. सावन का तृतीय प्रदोष व्रत- 13 अगस्त 2023, रविवार
त्रयोदशी तिथि प्रारंभ- 13 अगस्त सुबह 8.19 से लगेगी, जो 14 अगस्त सुबह 10.25 तक समाप्त होगी. 


4. सावन का अंतिम प्रदोष व्रत- 28 अगस्त 2023, सोमवार
त्रयोदशी तिथि शुरू- 28 अगस्त शाम 6.22 बजे से और समाप्त 29 अगस्त दोपहर 2.47 तक होगी. 


जानें इस प्रदोष व्रत का महत्व?
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है. मान्यता के अनुसार, सावन के महीने में प्रदोष व्रत रखने से वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि, संतान प्राप्ति, धन वृद्धि और ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. जी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता.)