समीक्षा कुमारी/शिमला: कैथली घाट से ढली फोरलेन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, लेकिन कंपनी द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं. कंपनी द्वारा जो ढंगे लगाए जा रहे हैं वे पहले ही बारिश में गिर गए हैं, जिससे लोगों के खेतों में मलबा पहुंच रहा है. लोगों के घरों पर भी खतरा मंडराने लगा है. कंपनी द्वारा निर्माण कार्य से निकलने वाले मलबे को भी जगह-जगह अवैध रूप से डंप किया जा रहा है जो कभी भी कहर बरसा सकता है. ऐसे में स्थानीय लोग भी काफी डरे हुए हैं.


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लोगों ने अब इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों ने फोरलेन कंपनी के खिलाफ मल्याणा में धरना प्रदर्शन किया और चेतावनी देते हुए कहा कि अगर नियमों के तहत काम नहीं होता है और मलबा सही तरीके से डंप नहीं किया जाता है तो काम ठप करवा कर उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा. यही नहीं ग्रामीणों ने कंपनी प्रबंधन पर बाउंसर लाकर धमकाने के आरोप भी लगाए हैं. कंपनी के खिलाफ ग्रामीणों ने ढली थाना में मामला दर्ज करवाया है.


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वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि फोरलेन निर्माण में उनकी जमीनें गई हैं. वे फोरलेन बनने के विरोध में नहीं हैं, लेकिन कंपनी मनमर्जी से काम कर रही है. किसी भी जगह मलबा डंप किया जा रहा है. जो डंगे लगाए जा रहे हैं वो भी धंस गए हैं ये डंगे कभी भी गिर सकते हैं, जिससे भवनों को खतरा बना हुआ है.


ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी खेतो के साथ मलबा डंप कर रही है. बारिश होने से मलबा नीचे आने से फसलों के खराब होने का डर बना हुआ है. उन्होंने कहा कि कंपनी यहां गुंडागर्दी पर उतर आई है. यहां बाउंसर तैनात किए जा रहे हैं जो ग्रामीणों को डरा रहे हैं. ऐसे में यहां माहौल खराब हो सकता है.


ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी के खिलाफ दिल्ली थाना में FIR दर्ज करवाई गई है. जिला प्रशासन से लेकर सरकार को कंपनी की मनमर्जी पर रोक लगाने की मांग की गई, लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है. स्थानीय विधायक और मंत्री अनुरोध सिंह के निर्देशों के बाद ही पुलिस द्वारा मामला दर्ज किया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण कार्य सही से हो, मलबा चिंहित स्थानों पर ही डाला जाए और अगर कंपनी का यही रवैया रहा तो उग्र आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा और फोरलेन निर्माण कार्य भी नहीं करने दिया जाएगा.


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वही पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि कैथली घाट से ढली फोरलेन का काम चल रहा है, जिसमें कई अनियमित्ताएं बरती जा रही हैं. बिना अनुमति के काम किया जा रहा है. अभी सेकंड स्टेज की परमिशन नहीं आई है. फॉरेस्ट की डीआर कटी है, लेकिन 37 लाख रुपये जमा नहीं करवाए गए हैं. 


मलबा वैज्ञानिक तरीके से डंप नहीं किया जा रहा है. डंपिंग साइट में ग्रेट वॉल नियमों के तहत नहीं है. फॉरेस्ट एरिया में मलबा डंप किया जा रहा है. अभी दो दिन पहले हुए आधे घंटे की बारिश में तीन बड़े डंगे गिर गए. कंपनी द्वारा जो मलबा डंप किया जा रहा है वह लोगों के खेतों और घरों में जा रहा है और आने वाले दिनों में यह बड़ा त्रासदी का रूप ले सकता है. इसे लेकर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के अलावा उपायुक्त और अधिकारियों से भी बात की गई है. जो भी अधिकारी अनियमित्ताओ में शामिल होंगे उन पर निश्चित रूप से कार्यवाई की जाएगी.


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