राकेश मल्ही/ऊना: हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के एमसी पार्क में 11 अगस्त तक चलने वाले राखी उत्सव मेले में सोमभद्रा ब्रांड नाम से बिक रही इको फ्रैंडली राखियां ऊनावासियों की पहली पसंद बन गई हैं. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत राखी उत्सव मेले में स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल पर हस्त निर्मित और पर्यावरण को सुरक्षित रखने वाली राखियों को खास महत्व दिया जा रहा है.


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क्या है राखियों की खासियत?
खास बात यह है कि यह राखियां किफायती दामों पर मिल रही हैं. इनके डिजाइन भी सभी को खूब पसंद आ रहे हैं. बता दें, राखियों को बनाने में बांस, रुद्राक्ष, मोती और सूती धागे जैसी पर्यावरण मित्र सामग्री का उपयोग किया गया है. स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि वे खुद अपने हाथों से ये राखियां बना रही हैं. 


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मेले में 10 से 50 रुपये तक की राखियां उपलब्ध
इसी को देखते हुए लोग भी इन राखियों को खरीदने के लिए उत्साहित नजर आ रहे हैं. ऐसे में इन राखियों की अच्छी-खासी मांग बढ़ गई है. महिलाओं ने बताया कि उनके पास 10 रुपये से लेकर 50 रुपये तक की राखी उपलब्ध हैं. इन राखियों की एक खास बात यह भी है कि इन पर नाम भी लिखवाया जा सकता है. 


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पहले दिन की करीब 1 लाख की कमाई 
वहीं, डीसी ऊना ने बताया कि 1 अगस्त को एमसी पार्क ऊना में राखी उत्सव मेले का शुभारंभ किया गया था, जिसका अच्छा रुझान मिल रहा है. सोमभद्रा ब्रांड नेम के तहत यहां पर राखियां, अचार, सेवियां जैसी सामग्री बिक रही है. इसके साथ ही यहां बांस से बना हुआ सामान भी रखा गया है. उन्होंने बताया कि शुरुआती 4 दिन में मेले के दौरान स्वयं सहायता समूहों ने लगभग 1 लाख रुपये की सेल की है. 


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