Indian Women Cricket Team: भारत में क्रिकेट खेल नहीं, जुनून है. यहां फैंस को फर्क नहीं पड़ता कि क्रिकेट के कौन से प्रारूप का मैच खेला जा रहा है. यही वजह है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड हर साल मेंस और विमेंस क्रिकेट लीग का आयोजन कराता है. बीसीसीआई हर साल महिला और पुरुष तीनों प्रारूप में घरेलू टूर्नामेंट करवाते हैं. लेकिन पुरुष टूर्नामेंट के मुताबिक महिला इवेंट में फैंस का रुझान थोड़ा कम हो जाता है. हालांकि, बीसीसीआई विमेंस को लेकर काफी संजीदा दिखाई दे रहे हैं. बोर्ड महिला क्रिकेट को मजबूत करने के लिए एक नया प्लान बनाया है. बीसीसीआई ने इसको लेकर बड़ा फैसला किया है और छह साल बाद रेड बॉल क्रिकेट को वापस लेकर आ रहा है.   


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, BCCI महिला प्रीम‍ियर लीग के बढ़ते क्रेज को देखते हुए अब रेड-बॉल टूर्नामेंट आयोजित कराने जा रही है. खबर के मुताबिक, BCCI 29 मार्च से पुणे में सीनियर इंटर जोनल टूर्नामेंट आयोजित करेगी. जो  भारतीय महिला क्रिकेट के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि होगी.


बताया जा रहा है कि यह टूर्नामेंट WPL 2024) के तुरंत बाद आयोजित होने वाला है. मौजूदा  विमेंस लीग 17 मार्च को समाप्त होगा.  क्रिकबज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने मल्टी डे महिला टूर्नामेंट का आयोजन करने का फैसला किया है, जो तीन दिनों का होगा.


6 जोन में बांटी गईं टीमें
बता दें कि इस टूर्नामेंट में 6 टीमें हिस्सा लेंगी. इस घरेलू टूर्नामेंट में टीमों को क्षेत्रों के आधार पर बांटा गया है,  जिसमें पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण, मध्य और नॉर्थ ईस्ट की टीमें शामिल होंगी. ये टीमें पांच मैचों की इस सीरीज में हिस्सी लेंगी.


6 साल बाद टूर्नामेंट की वापसी
टूर्नामेंट 29, 30 और 31 मार्च को एक साथ होने वाले दो क्वार्टर फाइनल के साथ शुरू होगा. इस फेज के बाद चैंपियनशिप दो सेमीफाइनल तक पहुंच जाएगी. सेमीफाइनल का मुकाबला 5, 6 और 7 अप्रैल को खेले जाने की उम्मीद है. वहीं, टूर्नामेंट का खिताबी का मुकाबला  9, 10 और 11 अप्रैल को तय है. बता दें कि यह टूर्नामेंट आखिरी बार साल 2018  में हुआ था. 
 
BCCI का बड़ा फैसला
बीसीसीआई भारतीय विमेंस टीम को सशक्त बनाने के लिए ये फैसला लिया है. टीम इंडिया वनडे और टी20 प्रारूप में लगातार टूर्नामेंट और सीरीज खेलती है, लेकिन रेड बॉल क्रिकेट में दूसरे देशों के मुताबिक पीछे हैं.