Gadar 2: सनी देओल और अमीषा पटेल की फिल्म 'गदर 2' 11 अगस्त को सिनेमाघरों में आने वाली है. इस फिल्म का लोगों को बेसब्री से इंतेजार है. इस फिल्म का दूसरा पार्ट बनाने में 22 साल लग गए. आइए आपको बताते हैं ऐसा क्यों हुआ. 


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फिल्म बनाने में इसलिए लगे 22 साल 


हर कोई ये ये जनना चाहता है कि 'गदर 2' के बनाने और इसे रिलीज करने में इतना वक्त क्यों लगा. अगर आपके मन में भी ऐसा ही कोई सवाल है तो हम आपके लिए जवाब लेकर आए हैं. 


ट्रेलर देखें.



दरअसल, इस फिल्म के डायरेक्टर अनिल शर्मा ने बताया है कि इस फिल्म को बनाने में इतना वक्त क्यों लग गया. उन्होंने टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में इसके बारे में बताया है. अनिल शर्मा का कहना है कि 'गदर 2' के लिए उनके पास कई कहानियां आईं लेकिन इनमें से कोई भी ऐसी कहानी नहीं थी जो पहली वाली 'गदर' से मिल पाए. यही वजह थी उन्होंने फिल्म की तकरीबन 50 कहानियों को रिजेक्ट किया.


मिल गई अच्छी कहानी 


इसके बाद अनिल शर्मा के पास एक कहानी आई जो उन्हें काफी पसंद आई. इस पर फिल्म बनी. यह कहानी पुरानी फिल्म से कापी कनेक्ट कर रही है. यही वजह है कि इस फिल्म को बनाने में 22 साल लग गए. 


ख्याल रहे कि फिल्म का पहला पार्ट 'गदर' साल 2001 में रिलीज हुआ था. इसमें सनी देओल, अमीषा पटेल ने अहम किरदार निभाया था. फिल्म में अमरीश पुरी विलेन के रोल में थे. फिल्म को काफी लोगों ने पसंद किया था और अपना प्यार लुटाया था. 


22 साल बाद गदर 2 रिलीज होने वाली है. हालांकि फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो गया है. अब फैंस को गदर 2 के थ्येटर में आने का इंतजार है.