Israel-Hamas War: इसराइल ने गाजा पट्टी में मिलिट्री ऑपरेशन्स के दौरान गिरफ्तार किए  64 फलस्तीनी नागरिकों को गुरुवार को रिहा कर दिया. इसकी जानकारी जनरल अथॉरिटी फॉर क्रॉसिंग एंड बॉर्डर्स इन गाजा ने दी है.


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समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, "अथॉरिटी ने एक प्रेस बयान में कहा कि इसराइली अफसरों ने दक्षिणी गाजा पट्टी में केरेम शालोम क्रॉसिंग से 64 फलस्तीनियों को रिहा कर दिया, जिनमें एक मृत और एक गंभीर रूप से घायल था."


फलस्तीनी ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, गाजा पट्टी में चल रहे इसराइली जमीनी ऑपरेशन के दौरान इसराइली सेना ने सैकड़ों फलस्तीनियों को गिरफ्तार किया था. फलस्तीनी सिक्योरिटी सूत्रों के अनुसार रिहा किए गए कैदियों को उनके हेल्थ की हालत की जांच के लिए एक हॉस्पिटल में ट्रान्सफर कर दिया गया.


हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इसराइली बॉर्डर के नजदीक हमला किया था, जिसमें सैकड़ों इसराइली नागरिकों की मौत हो गई थी. इसराइली सेना ने हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा में बड़े पैमाने पर हमला किया. इस दौरान तकरीबन 1,200 लोग मारे गए और 200 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया गया.


अब तक इतने फलस्तीनियों को हो चुकी है मौत
गाजा हेल्थ अफसर के मुताबिक, "गाजा पट्टी पर चल रहे इसराइली हमलों के परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर हताहत और नुकसान हुई है और संघर्ष शुरू होने के बाद से फलस्तीनियों में मरने वालों की तादाद 34,000 से ज्यादा हो गई है."


फलस्तीन की सपोर्ट में प्रोटेस्ट
बता दें कि फलस्तीन में इसराइली सैनिकों द्वारा का लगातार हो रहे हमले का विरोध USA की अलग-अलग यूनिवर्सिटी में जारी है. जानकारी के मुताबिक विरोध कर रहे सैकड़ों स्टूडेंट्स को गिरफ्तार कर लिया गया है और कई को यूनिवर्सिटी ने निलंबित कर दिया है.  


सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज में दिख रहा है कि पुलिस यूनिवर्सिटी के अहाते में विरोध कर रहे स्टूडेंट्स को डिटेन कर रही है. बताया जा रहा है कि यह वीडियोज  30 अप्रैल की है, जो न्यूयॉर्क सिटी की कोलंबिया यूनिवर्सिटी की है.