Bihar News: बिहार एजुकेशन डिपार्टमेंट के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी केके पाठक अपने फैसले को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. एक बार फिर वह अपने फैसलों की वजह से सुर्खियों में बने हुए हैं. दरअसल, केके पाठक ने ईद-उल-फितर के दौरान 8 अप्रैल से शुरू होने वाले टीचर्स के रेजीडेंसी ट्रेनिंग को लेकर कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है. 


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इमारत शरिया ने चीफ सेक्रेटरी को लिखा खत
वहीं, इस फैसले के बाद इमारत शरिया ने चीफ सेक्रेटरी को खत लिखा है, जिसमें मांग की गई है कि ट्रेनिंग की तारीख को बदली जाए. इमारत शरिया के जेनरल सेक्रेटरी मोहम्मद शिब्ली अल कासमी ने खत में कहा है, "मुसलमानों के सबसे बड़े पर्व ईद के मौके पर पूरे देश में छुट्टी का ऐलान किया गया है, लेकिन  रेजीडेंसी ट्रेनिंग की तारीख के चलते मुसलमान शिक्षक ईद नहीं मना पाएंगे."


धार्मिक भावनाओं को पहुंचेगी ठेस
उन्होंने कहा, "यह ट्रेनिंग मुसलमान टीचरों के साथ अन्याय है और इससे उनकी मजहबी भावनाओं को ठेस पहुंचेगी. इसके साथ ही उन्होंने चीफ सेक्रेटरी से गुजारिश की है कि वे इस मामले में दखल दें और ट्रेनिंग की तारीख बदलने का निर्देश दें."


शिबली अल कासमी ने सरकार से की ये गुजारिश
शिबली अल कासमी ने खत में सरकार से पूछा है कि ईद के दिन मुस्लिम टीचर्स रेजीडेंसी ट्रेनिंग कैसे कर सकते हैं. होली के दौरान भी जब ट्रेनिंग रखी गई थी, तब भी टीचर्स संगठनों और राजनेताओं ने तारीख आगे बढ़ाने की गुजारिश की थी, लेकिन डिपार्टमेंट ने एक न सुनी. उम्मीद है कि 10 या 11 अप्रैल को ईद की नमाज अदा की जाएगी. ऐसे में ट्रेनिंग की वजह से कई शिक्षक इस खास पर्व को अपने परिवार के साथ नहीं मना पाएंगे." इसके साथ ही उन्होंने सरकार से गुजारिश की है कि रेजीडेंसी ट्रेनिंग की तारीख को आगे बढ़ा दिया जाए, ताकि मुस्लिम टीचर्स अपने परिवार के साथ ईद मना सकें.


जानें कब-कब है एजुकेशन डिपार्टमेंट का कार्यक्रम
शिक्षकों का आवासीय ट्रेनिंग 8 अप्रैल से 13 अप्रैल तक चलेगी. यह ट्रेनिंग 6 दिनों तक चलेगी, जिसमें 19 हजार के ज्यादा शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी. सरकार का लक्ष्य है कि सूबे के 6 लाख टीचर्स को ट्रेनिंग दी जाएगी. वहीं, ट्रेनिंग सेंटर की संख्या की कमी होने की वजह से एक बैच में 19 हजार शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है.