पसमांदा मुस्लिम महाज ने किया PM मोदी का सपोर्ट: विपक्षियों पर बरस पड़े नेता
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पसमांदा मुस्लिम महाज ने किया PM मोदी का सपोर्ट: विपक्षियों पर बरस पड़े नेता

Pasmanda Muslim: हाल ही में पीएम मोदी ने मुसलमानों पर बयान दिया. इसकी जमकर मुखालफत हुई. लेकिन मुसलमानों के एक धड़े ने पीएम मोदी के बयान का सपोर्ट किया है.

 

पसमांदा मुस्लिम महाज ने किया PM मोदी का सपोर्ट: विपक्षियों पर बरस पड़े नेता

Pasmanda Muslim: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाराबंकी चुनावी सभा में पसमांदा मुसलमानों पर दिए गए बयान पर समाज ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. बाराबंकी में आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ के प्रदेश अध्यक्ष वसीम राईन ने कहा कि सपा और कांग्रेस हमारा वोट लेते रही है, लेकिन इन लोगों ने कभी-भी हमारे हित में कोई फैसला नहीं लिया. वसीम रईन ने आगे पीएम मोदी की तरफ से दिए गए बयान का सपोर्ट करते हुए कहा, "देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पसमांदा मुसलमानों के लिए राजनीतिक भागीदारी और सामाजिक बराबरी के लिए जिस तरह से आवाज उठाई है, हम उनका शुक्रिया अदा करते हैं और धन्यवाद देते हैं."

कांग्रेस पर बरसे मुसलमान
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने हमारी स्थिति दलितों से भी ज्यादा बदहाल कर दी थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया कि उन्होंने हमारी पीड़ा को समझा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने आज तक पसमांदा मुस्लिमों के दर्द को समझा ही नहीं. उन्होंने कहा कि खुद को मुस्लिमों का रहनुमा बताने वाले दलों ने आज तक किसी भी मुस्लिम नेता को टिकट नहीं दिया. इन लोगों ने महज मुस्लिमों को अपने हित के लिए इस्तेमाल किया.

पीएम मोदी का बयान
आपको बता दें कि हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान राजस्थान के बांसवांडा में एक रैली की थी. यहां पर पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह लोगों की संपत्ति को मुसलमानों में बांट देगी. पीएम मोदी ने इल्जाम लगाया था कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि "देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है." PM मोदी के बयान की काफी आलोचना हो रही है.

मुसलमान और भाजपा
ख्याल रहे कि 2024 के लोकसभा चुनावों के ऐलान से पहले ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) की यह कोशिश रही है कि वह पसमांदा मुस्लिम समाज के जरिए मुस्लिम समाज में पैठ बना ले. हालांकि भाजपा इस मामले में हिंदी पट्टी में कुछ हद तक कामयाब रही है. यह आम राय है कि BJP मुसलमानों के बीच लोकप्रिय नहीं है. मुस्लिमानों का वोट विपक्षी दलों को जाता है. ऐसे में भाजपा मुसलमानों के वोट हासिल करने के लिए हर मुम्किन कोशिश कर रही है.

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