इजरायली राष्ट्रपति को तुर्की अपने एयर स्पेस में घुसने क्यों नहीं दिया, एर्दोआन ने किया साफ
Turkiye Israel Tension: तुर्की गाजा में चल रहे युद्ध को लेकर इजरायल की आलोचना करता रहा है.वह लगातार इजरायल की कार्रवाई के खिलाफ बोलता रहा है. इस बीच तुर्की ने एक ऐसा कदम उठाया है. जिससे दोनों में तनाव अपने चरम पर है.
Turkiye Israel Tension: इजराइल पिछले साल 7 अक्टूबर से लगातार गाजा पर हमला कर रहा है. इस वजह से इजराइल को मुस्लिम देशों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. कई मुस्लिम देश खुलकर इजराइल का विरोध कर रहे हैं. इस लिस्ट में सबसे पहला नाम तुर्की का है. गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से ही तुर्की इजराइल के प्रति आक्रामक रुख अपना रहा है. हाल में तुर्की ने इजरायल के साथ बड़ा कांड कर दिया है. जिसके बाद भारी बवाल हुआ.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, तुर्की ने इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग के विमान को तुर्की एयर स्पेस में दाखिल होने नहीं दिया. जिसकी वजह से राष्ट्रपति को पिछले सप्ताह अजरबैजान में सीओपी जलवायु शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेना था, लेकिन उन्हें अपना दौरा रद्द करना पड़ा.
तुर्की के राष्ट्रपति का कबूलनामा
इस मामले पर पहली बार तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन खुलकर बोला है. उन्होंने कहा कि उन्होंने इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग के विमान को अपने एयर स्पेस में दाखिल नहीं होने दिया. एरदोगन ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे.
तुर्की के राष्ट्रपति ने क्या कहा?
इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने इजरायल के राष्ट्रपति को सीओपी शिखर सम्मेलन के लिए अजरबैजान जाने के लिए अपने एयर स्पेस का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी. हमने उनसे दूसरे रास्ते की तलाश करने, दूसरे हवाई क्षेत्र से जाने के लिए कहा. हमने उनसे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने के लिए कहा. हालांकि, ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं पता कि वह अजरबैजान जा पाएंगे या नहीं."
दोनों देशों के रिश्तों में खटास
तुर्की गाजा में चल रहे युद्ध को लेकर इजरायल की आलोचना करता रहा है.वह लगातार इजरायल की कार्रवाई के खिलाफ बोलता रहा है. अब तुर्की के इस कदम से इजरायल और तुर्की के बीच राजनयिक संबंधों में और खटास आ गई है.
गाजा में अब तक कितने लोगों की हुई है मौत
गौरतलब है कि पिछले साल 7 अक्तूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था. जिसमें कम से कम 1200 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि हजारों लोग जख्मी हुए थे. इस हमले के बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया और गाजा पर हमले करना शुरू कर दिया. इस हमले में अबतक 43 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. जबिक 1 लाख से ज्यादा लोग जख्मी हुए है. इनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं शामिल हैं.