Hamas Ceasefire: हमास क्यों चाहता है सीजफायर में बढ़ोतरी? जानें वजह
Hamas Ceasefire: हमास चाहता है कि सीज फायर में और बढ़ोतरी की जाए, इसके साथ ही इंटरनेशनल बॉडीज का भी यह मानना है कि गाजा में सीजफायर को और बढ़ाया जाए.
Hamas Ceasefire: हमास के एक करीबी सोर्स ने न्यूज एजेंसी को बताया है कि संगठन सीज फायर को और आगे बढ़ाने के लिए तैयार है. इसके पीछे बंधकों और कैदियों की अदला-बदली है. संगठन चाहता है कि और ज्यादा बंधकों को रिहा किया जा सके. वॉर को स्थायी रूप से रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ गया है. गाजा में 13 हजार से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं.
कैदियों को किया गया रिहा
हाल ही में फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में हमास ने इजराइली बंधकों को रिहा किया था. अब हमास और बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है. इसके साथ ही सीजफायर रुकने से गाजा के लोगों के पास मानवीय सहायता भी पहुंची है. सात दिनों से सीज फायर था जो शुक्रवार को खत्म होने वाला है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इज़राइल और कब्जे वाले वेस्ट बैंक में नेताओं के साथ बैठक के बाद इसे और बढ़ाने की बात कही है.
क्या बोले एंटनी ब्लिंकन
उन्होंने रिपोर्टर से बातचीत के दौरान कहा है,"साफ तौर से, हम इस प्रोसेस को आगे बढ़ते देखना चाहते हैं...इज़राइल को मानवीय नागरिक सुरक्षा योजनाएं बनानी चाहिए, जिससे निर्दोष फ़िलिस्तीनियों की मौतों को कम किया जा सके", जिसमें दक्षिणी और मध्य गाजा में इलाकों और जगहों को साफ तौर से और सटीक तौर से निर्दिष्ट करना शामिल है, जहां वे सुरक्षित रह सकते हैं और लाइन ऑफ फायर से बाहर रह सकते हैं."
एएफपी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि मीडिएटर मौजूदा वक्त में सीज फायर को और आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. इज़राइल पर 7 अक्टूबर को हमास के खूनी हमलों के बाद हुई भीषण लड़ाई और बमबारी के बाद अंतरराष्ट्रीय निकायों ने गाजा में चिकित्सा आपूर्ति, भोजन और ईंधन की अनुमति देने के लिए और वक्त मांगा है. एंटनी ब्लिंकन ने नेतन्याहू से कहा है कि सभी सैन्य अभियान से पहले साउथ गाजा के नागरिकों की हिफाजत करना काफी जरूरी था.
ज्ञात हो कि गाजा में लाखों लोगों ने घर छोड़ दिया है और कैंप्स में रहने पर मजबूर है, इसके साथ ही 13 हजार से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी है. गाजा के लोगों के पास मेडिकल सुविधाओं की कमी है और साथ ही खाना पानी को भी तरसना पड़ रहा है, हालांकि सीज फायर के बाद काफी हद तक पीड़ितों के पास मदद पहुंची है.