इमरान खान ने `सेना` को दिया तगड़ा झटका, पाकिस्तानी आवाम ने PTI पर जताया भरोसा
Pakistan Election Result: पाकिस्तान चुनाव आयोग (PCI) के मुताबिक, क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी से जुड़े इंडिपेंडेंट कैंडिडेट्स ने पिछले हफ्ते हुए आमचुनाव में सबसे ज्यादा संसदीय सीटें हासिल की हैं. जो खान के लिए एक आश्चर्यजनक जीत है.
Pakistan Election Result: पाकिस्तान आम चुनाव में पूर्व पीएम इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी से जुड़े निर्दलीय कैंडिडेट्स ने शानदार प्रदर्शन किया. जेल में बंद रहते हुए पीटीआई चीफ पर पाकिस्तानी आवाम ने भरोसा जताया. जिसके बदौलत पीटीआई ने आमचुनाव में सबसे ज्यादा संसदीय सीटें जीतीं.
पाकिस्तान चुनाव आयोग (PCI) के मुताबिक, क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी से जुड़े इंडिपेंडेंट कैंडिडेट्स ने पिछले हफ्ते हुए आमचुनाव में सबसे ज्यादा संसदीय सीटें हासिल की हैं. जो खान के लिए एक आश्चर्यजनक जीत है.
बता दें कि इमरान खान को दो साल पहले प्रधानमंत्री के पद से बेदखल होना पड़ा था.उस वक्त जानकारों ने कहा था कि क्रिकेट आइकन की सत्ता में वापसी को रोकने के लिए ये हथकंडा अपनाया गया था. लेकिन पाकिस्तानी आवाम ने इसका मुंह तोड़ जवाब दिया. पीटीआई ने खान की एक एआई-जनरेटेड वीडियो शेयर की है जिसमें उन्होंने कहा, "आपने मेरा भरोसा कायम रखा, और आपके भारी मतदान ने सभी को चौंका दिया है. अब अपने वोट की रक्षा की ताकत दिखाओ."
पाक सेना को लगा करारा झटका
खान अलायंस के कैंडिडेट्स की सफलता देश के हालिया इतिहास में एक बहुत बड़ी घटना है, क्योंकि इसने पाकिस्तान में कई वर्षों से काबिज शक्तिशाली सेना को करारा झटका दिया है. जो लंबे वक्त से सत्ता के शीर्ष पर बैठी है.
PAK का अगला PM कौन?
हालांकि, पीटीआई समर्थित निर्दलीय कैंडिडेट्स के संसद में सबसे अधिक सीटें जीतने के बावजूद, पाकिस्तान की अगली सरकार कैसी होगी? इस पर अभी भी सवाल मंडरा रहे हैं,क्योंकि वहां की तीन मुख्य पार्टियों में से किसी ने भी संसद में बहुमत घोषित करने के लिए आवश्यक सीटें नहीं जीती हैं. कोई भी पार्टी अपने दम पर सरकार बनाने में असमर्थ हैं. जिसके वजह से यह साफ नहीं हो सका है कि पाकिस्तान का अगला पीएम कौन होगा.
गौरतलब है कि चुनाव खत्म होने के तीन दिन से ज्यादा वक्त के बाद रिजल्ट घोषित किए गए थे. रिजल्ट में देरी होने के कारण पीटीआई ने धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए थे. इतना ही नहीं पीटीआई समर्थित कैंडिडेट्स ने हाईकोर्ट में कई याचिकाएं दायर की है.