बरेली: उत्तर प्रदेश से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है. यहां एक शख्स ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि मास्क न पहनने पर पुलिस ने उसके हाथ और पैर में कील ठोक दी है. हालांकि पुलिस ने शख्स के इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. पुलिस ने कहा कि आरोपी अपने खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे से बचने के लिए ऐसा कर रहा है. 


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जानकारी के मुताबिक पुलिस सुप्रिटेंडेंट दफ्तर में रंजीत नाम का एक युवक अपने माता पिता के साथ पहुंचा. उसके हाथ और पैरों में लगी कील को देखकर वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए. रंजीत ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि मास्क ना लगाने पर 24 मई को चौकी के सिपाहियों ने उसके साथ मारपीट की और फिर उसके हाथ और पैर में कील ठोंक दी. इतना ही नहीं युवक ने आरोप लगाया है कि मारने के बाद उसकी आंखों पर भी पट्टी बांध दी गई थी. 


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हालांकि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान ने रंजीत के ज़रिए लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. उन्होंने रंजीत पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बिना मास्क के घूम रहा था और रोकने पर पुलिसकर्मियों के साथ शराब के नशे में मारपीट और अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया. साथ ही उसने सिपाही को जान से मारने की धमकी भी देकर वहां से फरार हो गया. 


उन्होंने कहा कि यही वजह है कि रंजीत के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की  धारा 323, 504 506 332,353 188, 269, 270 के तहत केस दर्ज किया था. इसके बाद पुलिस रंजीत के घर दबिश डालने गई थी, लेकिन वह घर पर भी नहीं था. उन्होंने आगे बताया कि आरोपी रंजीत मंदिर में मूर्ति तोड़ने के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है. एसएसपी का कहना है कि पूरे मामले की जांच करा ली गई है, जिसमें पुलिस के ज़रिए किए गए बुरे बर्ताव की तस्दीक नहीं हुई है.


फिलहाल, इस मामले में पुलिस आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए रंजीत पर ही सवाल खड़े कर रही है. तो वहीं, रंजीत पुलिस पर इल्जाम लगा रहा है. फिलहाल, रंजीत को इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है. मामले में गहराई से जांच की जा रही है.


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