यूपी तो जीत गए लेकिन इस जिले में बेअसर रहा भाजपा के `चाणक्य` और `बाबा` का जादू
Kairana Vidhan Sbha Seat: उत्तर प्रदेश के जिला शामली की तीनों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा, हालांकि भाजपा का चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह और सीएम योगी ने खुद यहां के आकर प्रचार किया था.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभी चुनाव के नतीजों का ऐलान हो चुका है और भारतीय जनता पार्टी ने एक बार सत्ता में जबरदस्त वापसी की है. भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों ने 273 सीटों पर जीत का परचम लहराकर सत्ता में वापसी की. भारतीय जनता पार्टी के तमाम दिग्गजों ने जमकर प्रचार किया. इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसी हस्तियों के नाम शामिल हैं. लेकिन क्या आपको उस सीट का हाल पता है जिस पर गृह मंत्री अमित शाह ने यूपी के प्रचार का आगाज़ किया था? अगर नहीं पता तो हम आपको बताने जा रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व भाजपा अध्यक्ष और मौजूदा गृह मंत्री अमित शाह ने विधानसभी चुनाव 2022 में अपने प्रचार का आगाज उत्तर प्रदेश के शामली जिले से किया था. शाह ने यहां कैराना विधानसभा सीट से अपनी प्रचार मुहिम का आगाज़ किया था. इतना ही नहीं, जब चुनावी बिगुल बजा तो राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कैराना में बिगुल फूंका था. दोनों ही दिग्गजों ने यहां पलायन के मुद्दे को लेकर समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला था.
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सीएम योगी आदित्यनाथ के बाद अमित शाह ने उस वक्त कैराना का दौरा किया जब चुनाव पर चरम था, उन्होंने भी भाजपा उम्मीदवार मृगांका सिंह की हिमायत में कैराना की टीचर्स कालोनी में घर-घर जाकर वोट मांगे. इसके अलावा पलायन से लौटे लोगों से मुलाकात की और उन्हें यकीन दिलाया. शाह और योगी दोनों ने मिलकर इस सीट से समजावादी पार्टी के उम्मीदवार नाहिद हसन पर भी जमकर बोला था. सीएम योगी ने नाहिद हसन को 'तमंचावादी' भी कहा था. हालांकि दोनों ही नेताओं का यह दौरा बिल्कुल नाकाम साबित हुआ. आखिर में नतीजे सामने आने के बाद इसपर मुहर लग गई और सपा उम्मीदवार नाहिद हसन ने जीत हासिल की.
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शामली जिले के तहत आने वाली 3 सीटों में से एक कैराना हॉट सीटों में शामिल है. इस पर भाजपा के दिग्गज नेताओं में शुमार किए जाने वाले मृगांका सिंह और सपा के नाहिद हसन आमने सामने थे. इस सीट पर वोटिंग का नंबर आया तो लोगों में बहुत जोश देखने को मिला और 2017 में हुए चुनाव के मुकाबले 2.86 फीसद ज्यादा वोटिंग हुई. पिछले चुनाव यानी 2017 में कैराना सीट पर 69.36% वोटिंग हुई थी, जबकि इस बार 73.22 फीसद वोट पड़े थे. जब वोटों की गिनती शुरू हुई तो आखिर में पता चला कि नाहिद हसन को 130483 और मृगांका सिंह 102200 वोट मिले.
ना सिर्फ कैराना बल्कि शामली जिले की तीनों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का नाम व निशान देखने को नहीं मिला. थाना भवन सीट से राष्ट्रीय लोकदल के उम्मीदवार अशरफ अली खान ने योगी सरकार में गन्ना मंत्री रहे सुरेश राणा को 10,289 वोटों हराया. इसके अलावा तीसरी सीट शामली पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार तेजेंद्र निर्वाल को गठबंधन के प्रसन्न चौधरी ने शिकस्त दी.
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