खत्म हुआ भारतपे और अशनीर ग्रोवर का झगड़ा, 81 करोड़ रुपये के फ्रॉड केस में मिली बड़ी राहत!
BharatPe: देश की मशहूर फिनटेक कंपनी भारतपे और उनके पूर्व को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर के बीच सबकुछ ठीक हो गया है. दोनों ने कुछ शर्तों के साथ समझौता कर लिया है. इस शर्त में साफ तौर पर कहा गया है कि ग्रोवर भारतपे के साथ किसी भी तरह से जुड़े नहीं रहेंगे.
BharatPe Ashneer Grover: भारतपे ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान जारी किया है. इस बयान में कहा गया है कि अशनीर ग्रोवर के बाकी शेयर कंपनी के फायदे के लिए 'रेसिलिएंट ग्रोथ ट्रस्ट' को ट्रांसफर किया जाएगा. जबकि उनके बाकी बचे तमाम शेयरों को उनकी फैमिली ट्रस्ट मैनेज करेगी. कंपनी ने अपने बयान में इस बात को साफ कर दिया है कि दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया है, और केस को अब आगे न बढ़ाने की बात कही है. भारतपे ने इसके लिए अशनीर ग्रोवर को बधाई भी दिया है.
2022 में हटे थे मैनेजिंग डायरेक्टर के पद से
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में अशनीर ग्रोवर को भारतपे ने मैनेजिंग डायरेक्टर के पद से हटा दिया था, और ग्रोवर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की थी, जिसके बचाव में ग्रोवर ने भी कंपनी के खिलाफ केस दर्ज किया था.
भारतपे के कैपिटल टेबल का हिस्सा नहीं रहेंगे ग्रोवर
इस समझौते के बाद भारतपे के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर अशनीर ग्रोवर ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि उन्हें मैनेजमेंट और बोर्ड पर यकीन है. कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए कंपनी लगातार काम कर रही है, और भविष्य में वह बहुत बेहतर करेंगे. उन्होंने इस बात को साफ कर दिया है कि वह अब कंपनी के किसी भी कैपिटल टेबल का हिस्सा नहीं रहेंगे.
एक ऑडियो क्लिप ने निकाला भारतपे से
आपको बता दें कि साल 2022 में एक ऑडियो क्लिप की वजह से ये विवाद बढ़ा था, जिसमें भारत पे के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर ने कोटक महिंद्रा बैंक के एक कर्मचारी से बदतमीजी की थी, जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. इसके अलावा अशनीर और उनकी पत्नी के खिलाफ कई और मामलों में भी शिकायत मिली थी, जिसके बाद भारतपे ने उन दोनों के खिलाफ जांच करवाई थी. उस जांच में माधुरी जैन ग्रोवर और अशनीर ग्रोवर पर पैसों की हेराफेरी करने का भी इल्जाम लगा. जिसके बाद भारतपे ने दोनों पति-पत्नी के खिलाफ केस दर्ज करवाया, और अशनीर ग्रोवर को भारतपे छोड़ना पड़ा