Polygamy: असम CM ने किया पैगंबर मोहम्मद साहब का जिक्र; इस्लामिक स्कॉलर्स को दिया चैलेंज
Assam CM Himanta Biswa Sarma on Polygamy: इन दिनों बहुविवाह (Polygamy) का विवाद सुर्खियों में बना हुआ है. असम सरकार जल्द ही इस पर पाबंदी लगाने वाला कानून ला सकती है. इससे पहले उन्होंने बहुविवार पर पैगंबर मोहम्मद साहब के बयान जिक्र किया है, साथ ही मुस्लिम स्कॉलर्स के साथ बहस करने करने का चैलेंज भी दिया है.
Assam CM Himanta Biaswa Sarama: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने इस्लाम में बहुविवाह (पॉलीगेमी) को लेकर इस्लामिक स्कॉलर्स को कुली चुनौती दी है. मुख्यमंत्री बिस्वा सरमा ने कुरान का हवाला देते हुए पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब की बात की भी जिक्र किया है. उन्होंने अपने बयानों में यह भी इशारा दिया कि असम सरकार अगस्त-सितंबर महीने में बहुविवाह के खिलाफ कानून ला सकती है.
हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि मुस्लिम धर्मावलंबियों के मुताबिक बहुविवाह का मकसद है कि मुस्लिम मां-बहनों के साथ दूसरे दर्जे के शहरियों के जैसा बर्ताव ना हो. उन्होंने बहुविवाह को गलत ठहराते हुए सवाल किया कि अगर कोई हिंदू भी एक से ज्यादा से शादियां करता है तो उसके लिए यह गलत है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब एक हिंदू पुरुष और महिला एक शादी करती है तो फिर एक मुस्लिम युवक का तीन-चार शादियां क्यों जरूरी है?
इसके अलावा सीएम सरमा ने इस्लामिक स्कॉलर्स को बहद करने की चुनौती देते हुए कहा कि किसी ने कुरान को ठीक से पढ़ा हो तो उसको भी पता होगा कि बहुविवाह पर पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का क्या कहना था. उन्होंने कहा कि बहुविवाह को पैगंबर मोहम्मद साहब ने अपवाद बताया है. इसी मुद्दे पर उन्होंने इस्लामिक स्कॉलर्स के साथ बहस करने की बात कही है. पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी शिक्षा हमारे समाज के लिए बहुत बेहतरीन है और पैंगबर मोहम्मद साहब की के ज़रिए कही गई बात अल्लाह का पैगाम माना जाता है.
क्या है बहुविवाद विवाद?
दरअसल असम की भारतीय जनता पार्टी की सरकार बहुविवाह पर पाबंदी लगाने की तैयारी कर रही है. उन्होंने इस पर पाबंदी लगाने से पहले एक्सपर्ट्स की एक टीम तैयार की जाएगी. जो लीगल माहिरों के साथ बातचीत के बाद अन्य पक्षों के साथ बातचीत के बाद सही फैसला लिया जाएगा.
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