Assam News: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ( Himanta Biswa Sarma ) अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहते हैं. वह मुसलमानों के खिलाफ हर रोज एक नया बयान देकर मुस्लिम समुदाय में डर पैदा करते रहते हैं. सीएम के बयान को लेकर देश की सियासत भी गरमाई रहती है. हिमंता के बयान को लेकर मुस्लिल समुदाय ने कई बार आपत्ति भी जताई है.  अब उनके खिलाफ विपक्षी दलों ने मोर्चा खोला है. विपक्षी दलों ने बुधवार को सीएम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है,  जिसमें उन पर मजहब और जाति के आधार पर ‘शत्रुता को बढ़ावा देने’ का आरोप लगाया गया है.


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UOFA ने सीएम के खिलाफ दर्जा कराया मामला
विपक्षी दलों ने शर्मा पर आरोप लगाया कि वह एक विशेष समुदाय को निशाना बनाकर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे राज्य में दंगे जैसी स्थिति पैदा हो सकती है. संयुक्त विपक्षी मंच असम (UOFA) के जनरल सेक्रेटरी लुरिनज्योति गोगोई ने सीएम के खिलाफ दिसपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है. गोगोई के साथ कई अन्य दलों के नेता भी मौजूद थे.


18 दलों का गठबंध है UOFA
बता दें, UOFA असम में 18 दलों का गठबंधन है. UOFA ने मीडिया के साथ साझा की गई जानकारी में कहा, "हम राज्य के सीएम हिमंत विश्व शर्मा के खिलाफ मजहब और जाति के आधार पर अलग-अलग समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने की कोशिश करने के लिए यह प्राथमिकी दर्ज करा रहे हैं."


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 UOFA ने लगाए ये आरोप
वहीं, पुलिस ने बताया कि थाने के एक अफसर को शिकायत प्राप्त हुई है, लेकिन अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. धींग में 14 साल के एक लड़की के साथ कथित सामूहिक रेप  की घटना का जिक्र करते हुए UOFA ने दावा किया कि शर्मा, "एक विशेष समुदाय को निशाना बनाकर सांप्रदायिक उन्माद भड़काने की कोशिश कर रहे हैं." विपक्षी दलों ने दावा किया किया कि इसका सबसे बड़ा प्रमाण सीएम के बयान के बाद, "शिवसागर में धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय ( Minority Community ) के कुछ लोगों पर भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं द्वारा हमला" किया गया है. विपक्षी दलों ने कहा कि ऐसा "राज्य में दंगे जैसी स्थिति पैदा करने की साजिश के तहत किया गया है और आरोपी हिमंत विश्व शर्मा और भाजपा के अन्य नेता अशांति का माहौल बनाने की आपराधिक साजिश का हिस्सा हैं."


शर्मा का एक खास कम्युनिटी के खिलाफ भड़काऊ बयान देने का है इतिहास; UOFA
यूनाईटेड अपोजिशन  फॉरम ऑफ असम ( UOFA ) ने आरोप लगाया कि शर्मा का एक खास कम्युनिटी के खिलाफ भड़काऊ बयान देने का इतिहास रहा है. शिकायत में कहा गया, "अगर ऐसे शख्स (हिमंत विश्व शर्मा) को फौरन अरेस्ट कर उन पर अंकुश नहीं लगाया गया तो वह सियासी फायदा लेने के लिए राज्य में दंगे जैसी स्थिति पैदा कर सकते हैं."