देवबंद/सैयद उवैस अली: जी सलाम की खबर पर मुहर लगी है. 3 महीने पहले ज़ी सलाम ने यह खबर दिखाई थी कि विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद (Darul Uloom Deoband) में इस बार वार्षिक परीक्षा नहीं हो पाएंगी. दारुल उलूम देवबंद ने आज वार्षिक परीक्षाओं का रद्द करने का फैसला लेते हुए छात्रों को अर्धवार्षिक परीक्षा की बुनियाद पर अगली कक्षा में प्रवेश देने का फैसला ले लिया है.


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दारुल उलूम देवबंद में आज वार्षिक परीक्षा के मुद्दे पर मजलिस-ए-तालीम (शिक्षा विभाग) की बैठक हुई. इस दौरान विचार-विमर्श के बाद दारुल उलूम की वार्षिक परीक्षाएं निरस्त करने का अहम फैसला लिया गया और नए सत्र का भी आगाज कर दिया है. हालांकि कोविड-19 के चलते जहां एक और दारुल उलूम देवबंद के छात्रों को वार्षिक परीक्षा ना देने की वजह से उपहार मिला है.  


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सरकार की गाइडलाइंस का रखा जा रहा है ख्याल
दारुल उलूम देवबंद के मीडिया प्रभारी मौलाना अशरफ उस्मानी ने बताया कि दारुल उलूम देवबंद में जो राज्य सरकार और गृह मंत्रालय के द्वारा जारी की गई सभी गाइडनाइंस पालन कराया जा रहा है. छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया जा रहा है और मास्क भी लाज़मी किया गया है. साथ ही साथ पूरे मदरसे को लगातार समय-समय पर सैनिटाइज भी किया जा रहा है.


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प्रशासन से इजाज़त के बाद खोला गया दारुल उलूम
आपको बता दें कि कोविड-19 के चलते दारुल उलूम देवबंद को अभी हाल में ही कुछ दिन पहले राज्य सरकार और गृह मंत्रालय के द्वारा दी गई गाइडलाइंस के अनुसार खोला गया है. दारुल उलूम देवबंद ने राज्य सरकार व जिला प्रशासन से मांग की थी कि कोविड-19 की गाइडलाइंस के अनुसार उनके मदरसे को जल्द से जल्द खोला जाए ताकि छात्रों की शिक्षा का ज्यादा नुकसान न हो. 


 


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