नागौर: अब तक आपने अक्सर ऐसी खबरें पढ़ी या फिर सुनी जरूर होंगी जिनमें लड़के के पक्ष वाले लड़की के परिवार वालों से दहेज के नाम पर तरह-तरह की डिमांड करते हैं लेकिन हम आपको इसके बिल्कुल उलट एक खबर बताने जा रहे हैं. जो भी इस खबर के बारे में जान रहा है वो तारीफ किए बगैर नहीं रुक रहा है. दरअसल राजस्थान के नागौर जिले में एक लड़के वालों ने लाखों दहेज कुबूल करने से इनकार कर दिया. 


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नागौर जिले के डेगाना पंचायत कमेटी के मेंबर विष्णु मुवाल पुत्र लक्ष्मण सिंह मुवाल की शादी प्रभुराम डुडी की बेटी कंचन डूडी के साथ हुई. शादी प्रोग्राम में दुल्हन पक्ष की तरफ से दूल्हे को दहेज में 5.51 लाख रुपये बाटका समेत सम्पूर्ण दहेज का सामान दिया लेकिन दूल्हे पक्ष की तरफ से पिता लक्ष्मणसिंह मुवाल ने बाटका समेत सभी तरह का दहेज लौटाकर सिर्फ 101 रुपये व नारियल लेकर शादी की रस्में पूरी कीं.


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इतना ही नहीं दुल्हन पक्ष की ओर से दहेज में कार भी देने वाले थे लेकिन पहले से ही किसी भी तरह का दहेज लेने से पूरी तरह मना कर दिया गया. दहेज नहीं लेकर बिना दहेज के शादी के तौर पर दुल्हन को लक्ष्मी मानकर नारियल कुबूल करने को सभी लोगों ने ऐसी अनूठी पहल व शादी की तारीफ की. दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए यह एक बहुत बड़ा पैगाम है. आगे भी हमारी यही कोशिश रहेगी कि समाज में दहेज प्रथा को पूरी तरह खत्म कर बालिकाओं के भविष्य को शिक्षा व सम्मान के साथ सुदंर बनाया जा सकता है.


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समारोह में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सीआर चौधरी, पालिकाध्यक्ष मदनलाल अटवाल, केवीएसएस चेयरमैन लक्ष्मणसिंह मुवाल, भंवरसिंह मुवाल, रतनसिंह, शिक्षाविद् रामानंद मुवाल, जेईएन प्रभूराम डूडी, बैंक मैनेजर जस्साराम डूडी, शिक्षक संघ संरक्षक सुरेश कुमार डूडी, हरिश डूडी, पूर्व सरपंच मोतीराम मुरावतिया, पीईओ अर्जून खोजा, समाजसेवी परसाराम चोयल, बजरंग बेनीवाल, प्रशांत सोनी समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे.


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