मटन खिलाया फिर भी नहीं मिला वोट, इस बार क्या करेंगे नितिन गडकरी?
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि उन्होंने वोटर्स को मटन खिलाया था फिर भी उनको वोट नहीं मिला. इसलिए वह वोटर के दिल में यकीन पैदा करेंगे.
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि वह आने वाले विधानसभा इलेक्शन के दौरान अपने लोकसभा इलाके नागपुर में कोई भी बैनर पोस्टर नहीं लगाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि वह लोगों को चाय तक नहीं पिलाएंगे. भाजपा नेता नितिन गडकरी ये बातें महाराष्ट्र के वाशिम में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग प्रोजेक्ट्स के उद्घाटन के दौरान कहीं. नितिन गडकरी का कहना है कि 'ना खाऊंगा न खाने दूंगा'.
न खाऊंगा न खाने दूंगा
गडकरी के मुताबिक "इस लोकसभा इलेक्शन के लिए मैंने फैसला किया है कि कोई बैनर या पोस्टर नहीं लगाया जाएगा. लोगों को चाय नहीं दी जाएगी. जिन्हें वोट देना है वो वोट देंगे और जिन्हें नहीं देना है वह नहीं देंगे. न ही मैं रिश्वत लूंगा और नही मैं किसी को लेने दूंगा. मुझे यकीन है कि मैं ईमानदारी से आप सभी की सेवा कर सकूंगा."
वोटर्स में पैदा करें यकीन
इसी साल जुलाई में नितिन गडकरी ने कहा था कि एक बार उन्होंने इलेक्शन के दौरान वोटर्स को मटन खिलाया था, लेकिन फिर भी वह हार गए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वोटर्स के लिए यकीन और प्यार पैदा करके इलेक्शन जीता जा सकता है.
मटन खिला कर भी नहीं मिला वोट
गडकरी के मुताबिक वोटर्स बहुत होशियार हैं, उनको हर कैंडीडेट सौगात मिली हुई है. उन्होंने कहा कि वोटर उसी उम्मीदवार को वोट देते हैं, जो उन्हें लगता है कि उनके लिए सही है. गड़करी के मुताबिक "लोग अक्सर पोस्टर लगाकर और इलेक्शन का गिफ्ट देकर इलेक्शन जीतते हैं. हालांकि मैं ऐसी रणनीति में यकीन नहीं रखता हूं. मैंने एक बार एक प्रयोग किया था और मतदाताओं को एक किलो मटन दिया था, लेकिन हम इलेक्शन हार गए. वोटर बहुत स्मार्ट हैं."
ख्याल रहे कि नितिन गडकरी ने 2014 और 2019 में नाहपुर सीट से लोकसभा का चुनाव जीता था.