India-China Border Clash: अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर के लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चीन के साथ हुई झड़प पर भारतीय सेना की तरफ़ से पहला बयान जारी किया आया है. चीफ ऑफ़ स्टाफ इस्टर्न कमांड राणा प्रताप कालिता ने कहा कि तवांग सेक्टर में भारतीय सेना ने बहुत साहस और मज़बूती से चीन की फौज का मुक़ाबला किया, हालांकि कुछ जवानों को मामूली चोट आई हैं और उनका इलाज जारी है. लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कालिता ने कहा कि किसी के भी उकसावे में आने की कोई ज़रूरत नहीं है  क्योंकि हम भरोसा दिलाते हैं कि हमारा अपनी सीमा पर पूरी तरह कंट्रोल है.


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मामले को सुलझा लिया गया है: भारतीय सेना
राणा प्रताप कालिता ने किसी भी झूठी ख़बर पर ध्यान न देने की अपील की. उन्होंने बताया कि बूमला में फ्लैग मीटिंग करके मामले को सुलझा लिया गया है और दोनों ही देशो की सेनाएं अब मामले में आगे नहीं बढ़ रही हैं. वहीं अब हालात पूरे तरह से क़ाबू में हैं. स्थानीय स्तर पर मामले को हल कर लिया गया है. एलएसी पर एयरफोर्स का हवाई अभ्यास जारी है. बता दें कि फोर्स और एयरफोर्स पूर्वी लद्दाख़ में गतिरोध के बाद दो वर्ष से ज़्यादा वक़्त से अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में एलएसी पर परिचालन तैयारी बनाए हुए है. चीन के साथ कशीदगी के बीच एयरफोर्स ने 15 दिसंबर को पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक बड़ी एक्सरसाइज़ शुरू की.


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9 दिसंबर को हुई थी झड़प
9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश में एलएसी की विवादित जगह तवांग सेक्टर के यांग्त्से में भारतीय गश्ती टीम और चीनी गश्ती टीम पेट्रोलिंग कर रहे थे. इसी दौरान दोनों देशों की फौज के सैनिक आमने- सामने आ गए. झड़प के दौरान दोनों सेनाओं के फौजियों को चोट आई. कुछ ही मिनटों के अंदर झड़प ने बड़ा रूप ले लिया और दोनों फौजों को अतिरिक्त सैन्य सहायता मंगाने की नौबत आ गई. लगभग 250 फौजी चीन की तरफ से आए और तक़रीबन 200 फौजी भारतीय सेना की ओर से आए. 


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