Israel Palestine War Update: इजरायली फोर्सेज गाजा में हैं और हर रोज फिलिस्तीन में लोग मारे जा रहे हैं. अल-शिफा अस्पताल को आईडीएफ ने घेरा हुआ है, जिसके आसपास 80 से ज्यादा कब्रें मिली हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शनिवार को उत्तरी गाजा में, खास तौर पर अल-शिफा अस्पताल में, गंभीर मानवीय संकट के बारे में विस्तार से बताया है. जब संयुक्त राष्ट्र की मानवीय मूल्यांकन टीम ने अस्पताल तक पहुंचने की कोशिश की और वहां के हालात जानेंय


अस्पताल डेथ जोन करार


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डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, सुरक्षित मार्ग महफूज करने के लिए इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) के साथ समन्वयित मिशन, अस्पताल के नजदीक भारी लड़ाई के बीच हुआ. इस मिशन में ओसीएचए, यूएनडीएसएस, यूएनएमएएस/यूएनओपीएस, यूएनआरडब्ल्यूए और डब्ल्यूएचओ के पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट, रसद अधिकारी और सुरक्षा कर्मचारी शामिल थे. जिसके बाद उन्होंने हालातों को "निराशाजनक" बताया और अस्पताल को 'डेथ जोन' करार दिया.


डब्ल्यूएचओ ने बयान में क्या कहा?


डब्ल्यूएचओ ने अपने बयान में कहा,"शेलिंग और गन फायर से सबूत मिले हैं. टीम ने अस्पताल के घुसते वक्त पर एक सामूहिक कब्रें देखीं और बताया गया कि वहां 80 से अधिक लोगों को दफनाया गया था." डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इस समय गाजा के सबसे बड़े और सबसे उन्नत रेफरल अस्पताल, अल-शिफा में साफ पानी, ईंधन, दवाओं और भोजन की कमी है.


क्या हैं अस्पताल के अंदर के हालात


अस्पताल, नए मरीजों को भर्ती नहीं कर पा रहा है, अब घायलों और बीमारों को भीड़भाड़ वाले इंडोनेशियाई अस्पताल में भेजा जाता है. यूएन हेल्थ एजेंसी के मुताबिक, मौजूदा वक्त में, 25 हेल्थ वर्कर्स और 291 मरीज़ अल-शिफ़ा में हैं, जिनमें 32 गंभीर तौर पर बीमार बच्चे, बिना वेंटिलेशन के गहन देखभाल में 2 व्यक्ति और 22 डायलिसिस मरीज़ शामिल हैं, जिन्हें जीवन रक्षक उपचार तक पहुंच में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.


डब्ल्यूएचओ लोगों को निकालने की करेगा कोशिश


रिपोर्ट में कहा गया,"डब्ल्यूएचओ और साझेदार शेष मरीजों, कर्मचारियों और उनके परिवारों को तत्काल निकालने के लिए प्लान बना रहे हैं." डब्ल्यूएचओ ने तत्काल युद्धविराम और निरंतर मानवीय सहायता के लिए अपना आह्वान दोहराया है. बता दें इससे पहले यूएन ने सीज फायर के लिए कहा था, लेकिन इजरायली पीएम ने इसे रिजेक्ट कर दिया था.