Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर के ट्रेन हादसे से पूरा देश स्तब्ध है. जानकारी के अनुसार इस हादसे में 288 के लगभग लोगों की जान दा चुकी है. जिसके बाद अब अस्पतालों के बाहर ब्लड डोनेट करने वालों की लाइन लगी हुई है. आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस ट्रेन हादसे में लगभग 900 लोग घायल हुए हैं. ओडिशा सरकार ने शनिवार के दिन को शोक का दिन बताया है. गणेश नाम के एक हादसे के चश्मदीद ने जानकारी दी है कि हम एक्सिडेंट के करीब थे. हम लोगों ने 200-300 लोगों को रेस्क्यू किया है.


इंडियन आर्मी ने क्या कहा?


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कर्नल एसके दत्ता का कहना है कल रात से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. कोलकाता से और जवान आ रहे हैं.  कुल 200 एंबुलेंस का में लगी हुई हैं. इसके साथ 50 से ज्यादा डॉक्टर्स घायलों की सेवा में लगे हुए हैं. स्वास्थ्य सेवा निदेशक, रक्त सुरक्षा निदेशक, अतिरिक्त डीएमईटी और तीन अन्य अतिरिक्त निदेशक बालासोर में हैं और स्वास्थ्य टीमों के साथ समन्वय कर रहे हैं. एनडीआरएफ के सीनियर कमांडेंट ने कहा है कि बीती रात से छह टीमें काम कर रही हैं.



कैसे हुआ हादसा?


आपको जानकारी के लिए बता दे शुक्रवार रात 7 बजे शालीमार-चेन्नई एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतर गए और दूसरे ट्रैक पर जा गिरे. ये हादसा बालेसवर में पेश आया. जिसके बाद दूसरी ट्रेन जो यसवंतपुर से हावड़ा जा रही थी उसकी उन डब्बों से टक्कर हो गई.


जिसके बाद से लोगों को बचाने का सिलसिला जारी है. एनडीआरएफ की टीमें लोगों को बाहर निकाल रही हैं. ये हादसा इतना खतरनाक था कि ट्रेन पूरी तरह से डैमेज हो गई. एनडीआरएफ चीफ और डीएम साइट पर हैं. घायलों का इलाज प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में किया जा रहा है. कई जगहों पर ऑटोप्सी की शुरूआत हो गई है.


जिन शवों की पहचान की गई है, उनके परिजन दस्तावेज पेश कर रहे हैं और शव दिया जा रहा है. अगर किसी शव की पहचान नहीं हो पाती है, तो शव परीक्षण और आगे की कार्रवाई के लिए रखा जाएगा.