नई दिल्ली: हिंदुस्तान में आज यानी बुधवार को मुसलमानों का बड़ा त्योहार ईद उल अजहा (Eid Ul Adha, बकरीद) मनाया जा रहा है. कोरोना वायरस के चलते लगभग सभी राज्यों के प्रशासन की तरफ से कोरोना को देखते हुए गाइलाइंस जारी की गई हैं.
प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर का सामना ना करना पड़े, इसलिए सभी लोग त्योहार सैलिब्रेट करते वक्त कोरोना गाइडलाइंस का ख्याल रखें. इसके अलावा मुल्कभर की तमाम मजहबी संस्थाओं ने भी प्रशासन की अपील पर मुहर लगाते हुए मुस्लिम समाज के लोगों से कोरोना गाइडलाइंस को नजर में रखते हुए बकरीद मनाने की अपील की है.
प्रशासन और मजहबी तंजीमों की इस अपील पर लगभग सभी जगहों पर अमल भी किया जा रहा है. मस्जिदें और ईदगाहें सुनसान पड़ी हुई हैं. लोग बेहद सादगी से त्योहार मना रहे हैं.
दिल्ली की जामा मस्जिद और फतेहपुरी मस्जिद की जानिब से पहले ही ऐलान किया जा चुका था कि आम लोगों को मस्जिद में ईद की नमाज की इजाज़त नहीं दी जाएगी. सिर्फ मस्जिद इंतेजामिया के ही कुछ लोग ईद की नमाज अदा करेंगे.
ताजा तस्वीरों में देखा गया है कि दिल्ली की जामा मस्जिद पर ईद के मौके पर जहां पैर रखने की जगह नहीं हुआ करती थी वहां अब बिल्कुल शांति पड़ी हुई है और सिर्फ चंद लोग ही वहां नमाज अदा कर रहे हैं.
इसके अलावा दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम बुखारी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमें कोरोना वायरस की तीसरी लहर के मद्देनजर अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए #COVID19 दिशानिर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है.
उन्होंने आगे कहा कि हमने जामा मस्जिद में सीमित लोगों को नमाज पढ़ने की इजाजत देने का फैसला किया था. 15-20 लोगों ने की नमाज अदा की.
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