उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को सत्संग में भगदड़ मचने से 120 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में १०० से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं. मरने वालों में महिलाएं और बच्चों की तादाद ज्यादा है. हादसे की तस्वीर बेहद भयानक है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथरस में हुई भगदड़ पर गहरा दुख जताया है और मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.
संसद में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौतों पर शोक व्यक्त किया. सोशल मीडिया पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यह खबर दिल दहला देने वाली है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दुख व्यक्त किया. राज्य सरकार के एक बयान में कहा गया है कि कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और मृतकों के परिवारों के लिए 2-2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की.
मृतकों या बेहोशी की हालत में ट्रकों और 'टैम्पो' में भरकर सिकंदर राव ट्रॉमा सेंटर लाया गया. शव स्वास्थ्य केंद्र के बाहर पड़े थे और लोग उनके चारों ओर जमा हो गए. एक वीडियो क्लिप में एक महिला को ट्रक में पांच या छह शवों के बीच बैठकर रोते हुए दिखाया गया है. दूसरे वीडियो में एक पुरुष और एक महिला को दूसरे वाहन में बेजान पड़े हुए दिखाया गया है.
पुलिस ने बताया कि भीड़भाड़ की वजह से भगदड़ मची, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इस आयोजन में कितने लोग इकट्ठा हुए थे और इसकी परमिशन ली गयी थी या नहीं ?
भोले बाबा यानी सूरज पाल, कासगंज जिले के पटियाली क्षेत्र के बहादुर नगर के रहने वाले हैं. उन्होंने उपदेशक बनने के लिए 17 साल पहले राज्य पुलिस की नौकरी छोड़ दी थी. उनके अनुयायी यूपी से आगे राजस्थान और मध्य प्रदेश तक फैले हुए हैं.
संत भोले बाबा का प्रवचन सुनने के लिए हाथरस-एटा बॉर्डर के पास स्थित रतीभानपुर में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. इसी दौरान भगदड़ मचने से भयानक हादसा हो गया. मंगलवार को कार्यक्रम में भगदड़ तब मची जब भोले बाबा के सेवकों ने गर्मी और उमस के बीच लोगों को कार्यक्रम स्थल से बाहर जाने से रोक दिया, ताकि प्रवचनकर्ता और उनके अनुचर पहले निकल सकें. जैसे ही लोगों को जाने की इजाज़त दी गई, अफरा-तफरी मच गई.
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