Loktantra Bachao Rally: "इंडिया" गठबंधन की "लोकतंत्र बचाओ रैली" में कांग्रेस ने पांच मांगें रखीं, जिनमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तत्काल रिहाई की मांग भी शामिल हैं.
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Aam Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के वोटिंग से पहले विपक्षी "इंडिया" गठबंधन ने दूसरी बार शक्ति प्रदर्शन किया. इससे पहले मुबंई महगठबंधन ने शक्ति प्रदर्शन किया था. 31 मार्च को हुए नई दिल्ली के रामलीला मैदान में "लोकतंत्र बचाओ रैली" में कांग्रेस ने पांच मांगें रखीं, जिनमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तत्काल रिहाई की मांग भी शामिल हैं.
रैली में "इंडिया" गठबंधन के सभी सहयोगी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा का केंद्र कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रहीं.उन्होंने चुनावी प्रक्रिया में समान अवसर की जरूरत वाली मांगों की घोषणा की. उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग को किसी भी अनुचित प्रभाव से फ्री और निष्पक्ष चुनावी माहौल सुनिश्चित करना चाहिए."
उन्होंने आगे कहा, "मतदान निकाय से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी एजेंसियों द्वारा किसी भी राजनीतिक रूप से प्रेरित जांच को रोकने का आग्रह किया जाता है, जो संभावित रूप से चुनावी नतीजों में हेरफेर कर सकती है.
मंच पर ये रहें शामिल
रैली में शामिल होने वालों में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राजद नेता तेजस्वी यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) प्रमुख शरद पवार शामिल थे. इसके अलावा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की बीवी सुनीता केजरीवाल और झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मंच पर मौजूद रहीं.
INDIA गठबंधन की 5 सूत्रीय मांग
1. चुनाव आयोग को लोकसभा चुनावों में समान अवसर सुनिश्चित करना चाहिए
2. चुनाव आयोग को चुनाव में हेराफेरी करने के उद्देश्य से विपक्षी दलों के खिलाफ जांच एजेंसियों द्वारा की जानी वाली कार्रवाई रोकी जानी चाहिए
3. हेमंत सोरेन जी और अरविन्द केजरीवाल जी… pic.twitter.com/QntVuwhGWF
— Congress (@INCIndia) March 31, 2024
रैली में कांग्रेस ने की ये मांगें
"1. इलेक्शन कमीशन को लोकसभा चुनावों में समान अवसर सुनिश्चित करना चाहिए.
2. इलेक्शन कमीश को चुनाव में हेराफेरी करने के उद्देश्य से विपक्षी दलों के खिलाफ जांच एजेंसियों द्वारा की जानी वाली कार्रवाई रोकी जानी चाहिए.
3. हेमंत सोरेन और अरविन्द केजरीवाल की तुरंत रिहाई की जाए.
4. चुनाव के दौरान विपक्षी राजनीतिक दलों का आर्थिक रूप से गला घोंटने की जबरन कार्रवाई तुरंत बंद होनी चाहिए.
5. चुनावी चंदे का उपयोग कर BJP द्वारा बदले की भावना, जबरन वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में SIT का गठन होना चाहिए."