Independence Day Special: जानिए कौमी परचम `तिरंगे` से जुड़ी कुछ खास बातें
Independence Day Special: झंडे के किसी हिस्से को जलाने, नुकसान पहुंचाने के अलावा ज़बानी या लफ्ज़ी तौर पर इसकी बेइज्ज़ती करने पर तीन साल तक की जेल/जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं.
नई दिल्ली: इस साल मुल्क अपनी आज़ादी की 75वीं सालगिरह मना हा है. फितरी तौर पर यौमे आज़ादी के मौके पर मुल्क भर में जश्न और खुशी की माहौल रहा है. इस साल मुल्क में 'यौमे आज़ादी' (Independence Day 2021) को 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तौर पर मनाया जा रहा है. इस मौके पर बाजार से लेकर घरों के छत तक हर जगह अब तिरंगा झंडा भी लहराता दिख रहा है. तिरंगा भारत के कौमी फख्र की निशानी है. तो आइए आज हम आपको तिरंगे से जुड़ी कुछ खास और रोचक बातें बताएंगे.
तिरंगा (National Flag) हमेशा सूरज निकलने से पहले और सूरज छिपने के दरमियान ही फहराया जा सकता है.
तिरंगे को कभी झुकाया नहीं जाता, न ही ज़मीन पर रखा जाता है. किसी खास हुक्म के बाद ही हुकूमती इमारतों पर झंडे को आधा झुका कर फहराया जा सकता है.
झंडे को कभी पानी में नहीं डुबोया जा सकता और इसको किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुचाया जाता है.
झंडे के किसी हिस्से को जलाने, नुकसान पहुंचाने के अलावा ज़बानी या लफ्ज़ी तौर पर इसकी बेइज्ज़ती करने पर तीन साल तक की जेल/जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं.
तिरंगे का की शक्ल आयताकार होनी लाज़मी है. इसकी लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 का होना चाहिए.
तिरंगा हमेशा कॉटन, सिल्क या फिर खादी का ही होना चाहिए.
तिरंगे को हमेशा अपनी नज़दीक किसी भी सबसे ऊंची जगह पर फहराना चाहिए.
तिरंगे का इस्तेमाल किसी प्रोग्राम में मेज़ को ढकने या मंच को सजाने में नहीं किया जाता है
कभी भी फटा या मैला-कुचैला तिरंगा नहीं फहराया जाता है. झंडा फट जाए, मैला हो जाए तो उसे अकेले में जला देना चाहिए या किसी किसी दूसरे तरीके से नष्ट करना चाहिए, ताकि उसकी वकार बना रहे.
झंडे को पवित्र नदी में जल समाधि भी दी जा सकती है.
तिरंगे के कपड़े बनाकर पहनना गलत है और अंडरगार्मेंट्स, रुमाल या कुशन वगैरा बनाकर इस्तेमाल करना इसका की बेहुरमती होगी.
हिंदुस्तान के कौमी परचम (तिरंगे) को मुल्क के आइनी इजलास ने 22 जुलाई 1947 को मुंतखब था.
तिरंगे में 3 रंग हैं, केसरिया, सफेद और हरा.
केसरिया रंग हिम्मत और कुर्बानी का मज़हर है.
सफेद रंग सच्चाई, अमन और पाकीज़गी का मज़हर है, हरा रंग खुशहाली का मज़हर है.
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