चेन्नईः कनाडा में रहने वाले एक पारंपरिक तमिल ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखने वाली सुबिक्षा सुब्रमणि (Subiksha Subramani) नाम की लड़की को बांग्लादेश की एक रूढ़िवादी हिंदू लड़की टीना से प्यार हो गया. कुछ सालों तक सुबिक्षा सुब्रमणि ने टीना (Subiksha Subramani wed Tina) को डेट करने के बाद उससे शादी कर ली है. दोनों लड़कियों की मुलाकात कनाडा के कैलगरी में छह साल पहले एक ऐप के जरिए हुई थी.
दिलचस्प बात यह है कि शादी पारंपरिक ब्राह्मण शैली में हुई है और इस शादी में सुभिक्षा और टीना दोनों के परिवारों की सहमति शामिल है. 29 वर्षीय चार्टर्ड अकाउंटेंट सुभिक्षा ने मीडियाकर्मियों को बताया कि वह इस बात से चिंतित थीं कि क्या उनके रूढ़िवादी माता-पिता उन्हें पारंपरिक हिंदू शैली में शादी करने की मंजूरी देंगे ?


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पारंपरिक ब्राह्मण रीति-रिवाजों से हुई शादी 
सुबिक्षा सुब्रमणि ने कहा, “जैसा हम चाहते थे, हमारे माता-पिता हमारे साथ खड़े रहे और पारंपरिक ब्राह्मण विवाह की सभी रस्मों को हमारे संबंधित रीति-रिवाजों के मुताबिक, पूरा किया गया. उसकी मां पूर्णपुष्कला सुब्रमण्यम ने कहा कि वे समाज और रिश्तेदारों के विरोध से चिंतित थे, लेकिन सुभिक्षा ने उन्हें मना लिया था. उसने कहा कि उसने और उसके पति ने अपने मानसिक दृष्टिकोण को बदलने के लिए पेशेवर परामर्श सत्र में हिस्सा लिया था. वे चाहते थे कि समाज की प्रतिक्रिया की चिंता करने के बजाय उनकी बेटी खुश रहे. 

शुरू में तैयार नहीं थे दोनों के माता-पिता 
35 वर्षीय हिंदू बांग्लादेशी लड़की टीना ने बताया कि उसने एक आदमी से शादी की थी, लेकिन वह चली नहीं. उसने कहा कि वह 2003 में अपने माता-पिता के साथ कनाडा पहुंची और उसकी बड़ी बहन ने उसकी मेजबानी की. टीना अब फ़ुटहिल्स मेडिकल सेंटर, कैलगरी में पेशेंट केयर में लीड के रूप में काम करती है. उसने कहा कि उसने समलैंगिकता के प्रति उसका झुकाव था, लेकिन उसके माता-पिता को यह मंजूर नहीं था. उनका मानना ​​​​था कि उसे कुछ मानसिक समस्याएं हैं. 

कनाडा में अपनी शादी का पंजीकरण कराया है 
टीना ने यह भी कहा कि उनकी बहन ने सुभिक्षा के साथ उनके रिश्ते का विरोध किया था, लेकिन बाद में उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया.  दिलचस्प बात यह है कि सुभिक्षा की 84 वर्षीय दादी एस. पद्मावती ने इस रिश्ते को कबूल कर लिया है, और जोड़े को आशीर्वाद दिया है. शादी की रस्में संस्कृत विद्वान और शिक्षक सौरभ बोंद्रे ने पूरी की है. उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से संस्कृत में स्नातकोत्तर के तौर पर वैदिक साहित्य का अध्ययन किया है. उन्होंने कहा कि यह चौथी एलजीबीटी शादी है जिसका मैं आयोजन कर रहा हूं. इस जोड़े ने कनाडा में अपनी शादी का पंजीकरण कराया है और कैलगरी वापस लौटने से पहले दक्षिण पूर्व एशिया की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं.


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