Kanpur News: उत्तर प्रदेश की एसडीएम ज्योति मौर्या का मामला अब पुराना हो गया है. इस वक्त एक नया मामला कानपुर से सामने आया है. यहां एक महिला ने सरकारी नौकरी लगने के बाद अपने पति को ही छोड़ दिया है.पति ने पत्नी को पढ़ाने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी ताकि वो अपने दोनों बच्चे को संभाल सके और सरकारी नौकरी की अच्छे से तैयारी कर सके. पत्नी को सहायक अध्यापिका के रूप में इटावा जनपद में सरकारी नौकरी लग गई, लेकिन इसके बाद जो हुआ वो जानकर हर कोई हैरान है.


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दरअसल, कानपुर शहर में सरकारी नौकरी लगने के बाद एक महिला ने अपने पति को ये कहते छोड़ दिया कि वो देखने में बेडौल है. हालांकि, दोनों के बीच सालों तक कानूनी लड़ाई के बाद ये तलाक हुआ है.  शिवांश अवस्थी नामक युवक ने बताया कि साल 2008 में उनकी शादी कल्पना ( काल्पनिक नाम ) हुई थी. शादी के कुछ सालों के बाद दो बच्चे भी हुए. दोनों खुशी-खुशी जीवन व्यतित कर रहे थे.  


पत्नी को पढ़ाने के लिए पति ने छोड़ा व्यवसाय
इस बीच में पत्नी ने पढ़ाई की जिद करने लगी तो उन्होंने बच्चों को संभालने के लिए अपना फार्मा व्यवसाय का काम बंद कर दिया और पत्नी को पढ़ाया. आखिरकार पत्नी की नौकरी सहायक अध्यापिका के रूप में इटावा जनपद में लग गई, जिसकी वजह वह छोटे बेटे को लेकर इटावा में ही रहने लगीं और उन्होंने पति यानी ससुराल आना-जाना छोड़ दिया. पति- पत्नी में इस बात को लेकर कई बार कहासुनी भी हुई. पारिवार के लोगों ने दोनों के बीच मध्यस्थता कराने की कई बार कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी.


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पत्नी ने परिवार वालों पर किया मुकदमा
पति के मुताबिक, पत्नी ने परिवार के ऊपर कई तरह के मुकदमे भी कर दिए. शादी के बाद मन मुताबिक पढ़ाई लिखाई कराई. लेकिन नौकरी लगने के बाद वह छोटे बेटे को लेकर चली गई और बड़े बेटे को भी देने का दबाव बनाने लगी. सालों तक चली लड़ाई के बाद कोर्ट ने हम दोनों का तलाक मंजूर कर लिया है.