Zakir Naik on Article 370: डॉक्टर जाकिर नाइक  पाकिस्तान में शिरकत करने वाले हैं. इससे पहले उनका एक यूट्यूबर ने इंटरव्यू लिया है. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि भारत सरकार ने उनके पास कुछ लोग भेजे थे और उन्होंने ऑफर रखा था कि मैं (ज़ाकिर नाइक) आर्टिकल 370 हटने की हिमायत में बोल दूं, तो भारत में मुझे क्लीन चिट मिल जाएगी. हालांकि, मैंने इससे इंकार कर दिया.


ज़ाकिर नाइक ने क्या कहा?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नादिर अली के शो पर ज़ाकिर नाइक ने कहा,"मेरे पास कुछ लोग आए थे. उन्होंने मुझसे कहा था कि आप हमारी सरकार को आर्टिकल 370 पर सपोर्ट करें, यानि इसे हटाना सही है. मैंने कहा यह तो नामुमकिन है. मैं अपने मुसलमान भाइयों के साथ गद्दारी कर ही नहीं सकता हूं. जो मुसलमान कश्मीर में हैं उनका हक है फ्रीडम."


कुरान के खिलाफ है ऐसा करना


ज़ाकिर नाइक आगे कहते हैं,"आर्टिकल 370 संविधान का हिस्सा है. इस आर्टिकल के तहत कुछ स्वायत्तता है और कुछ केंद्र सरकार का कंट्रोल है. मेरा ऐसा करना कुरान के खिलाफ, मुसलमानों के खिलाफ है, मेरे मुसलमान भाइयों के साथ गद्दारी है." जाकिर नाइक ने कहा कि उन्होंने मुझे ऐसा-वैसा करने के लिए बोला, लेकिन मैंने मना कर दिया. मैंने उनसे बोला कि हां मैं यह बोल सकता हूं कि यह गलत हो रहा है.



पहले भी दे चुके हैं ऐसा बयान


ज़ाकिर नाइक इससे पहले 2020 में भी ऐसा बयान दे चुके हैं. उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 2019 के साल सितंबर में एक दूत के ज़रिए उनसे संपर्क किया था. नाइक ने दावा किया कि मोदी सरकार ने उन्हें भारत में "सुरक्षित मार्ग" प्रदान करने की पेशकश की थी, अगर वह जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के सरकार के कदम का समर्थन करते हैं. बता दें, 5 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुच्छेद 370 को हटाने का फैसला लिया था.