Acid Attack: Acid Attack is not stopping in the country, shocking report came out! aaz हाल ही में एक फिल्म आई थी छपाक. जिसमें Acid Attack पीड़िता के दर्द को बख़ूबी दिखाया गया था. इस फिल्म के ज़रिए कोशिश की गई थी, कि लोग जागरुक हो और अपने आस-पास ऐसे मामलों को होने से रोके. इसके लिए बाज़ाब्ता तौर पर सख़्ती भी की गई. लेकिन NCRB के आंकड़े चौकाने वाले है. जिसके मुताबिक, हर साल एसिड अटैक के 100 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी NCRB की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 से 2020 तक मुल्क में महिलाओं पर एसिड अटैक के 386 मामले दर्ज किए गए थे. जिनमें कुल 62 आरोपियों को दोषी पाया गया. ये जानकारी खुद देश के गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने संसद में दी. इन आंकड़ों को देखकर साफ पता चलता है कि लाख कोशिशों और दावों के बावजूद हर साल एसिड अटैक के करीब 100 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. महिलाओं पर होने वाले एसिड अटैक के मामलों पर अगर सालाना नजर डालें तो 2018 में 131, 2019 में 150 और 2020 में 105 मामले दर्ज किए गए. जिसमें 2018 में 28, 2019 में 16 और 2020 में कुल 18 लोगों को ऐसे मामलों में दोषी ठहराया गया. यानी साल 2018 से 2020 तक सामने आए 386 मामलों में केवल 62 लोग ही मुजरिम करार दिए गए. सबसे अहम बात ये है कि एसिड, Poisons की श्रेणी में आता है. बावजूद इसके केंद्र सरकार के पास एसिड बिक्री का डेटा ही मौजूद नहीं है.