Miracles of Prophet Jesus: अल्लाह ने हर नबी को उस ज़माने के मुताबिक़ मोजिज़े अता किए, यानी चमत्कार करने की सलाहियत अता की ताकि दुनिया वालों को ये पता चल जाए कि अल्लाह का नबी आम शख़्स नहीं होता, हम और आप जैसा इंसान नहीं होता हज़रत ईसा को भी अल्लाह ने मोजिज़ा अता किया, सबसे पहला मोजिज़ा तो यही है कि हज़रत ईसा बैग़र बाप के पैदा हुए और उसी रोज़ अपनी मां मरियम की गोद में बोलने लगे. पैदाईशी नाबीना को अल्लाह के हुक्म से रौशनी देना मिट्टी के गारे से परिंदा बनाना और उसमें फूंक मारकर जानदार बनाना मुर्दों को ज़िंदा करना ज़िंदा हालत में आसमान पर उठा लिया जाना. ये तमाम मोजिज़ात हज़रत ईसा ने दिखआए. हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम ने जब नबूवत का एलान किया और मोजिज़ात दिखाए तो लोगों ने कहा कि आप चमगादड़ पैदा करें तो आप ने मिट्टी से चमगादड़ बनाई और उसमें फूंक मारी तो वो उड़ने लगी चमगादड़ इसलिए बनाई क्योंकि ये अजीबो ग़रीब परिंदा है, बिना परों के उड़ता है, दांत रखता है, हंसता है और बच्चे पैदा करता है, इसी तरह हज़रत ईसा अलैहिस्लाम ने चार लोगों को ज़िंदा भी किया. एक आज़र नामी शख़्स था, जिससे आपको बेइंतेहा लगाव था, जब उसकी हालत नाजुक हुई तो उसकी बहन ने आप को ख़बर दी.लेकिन आप उससे तीन रोज़ के फ़ासले पर थे. तीन रोज़ बाद जब आप पहुंचे तो उसका इंतेक़ाल हो चुका था. आपने उसकी बहन से कहा कि मुझे उसकी क़ब्र पर ले चलो आप उसकी क़ब्र पर पहुंचे और दुआ की तो वह ज़िंदा हो गया और बहुत दिनों तक ज़िंदा रहा.