Khuda Baksh: मौलवी खुदाबक़्श ख़ान पटना की मशहूर खुदाबक़्श लाइब्रेरी के संस्थापक थे. जिसे तुर्की के इस्तांबुल सार्वजनिक ग्रंथालय यानी लाइब्रेरी के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी लाइब्रेरी के तौर पर जाना जाता है. बेहद फ़ख़्र होगा आपको ये जानकर कि आज ये लाइब्रेरी राष्ट्रीय महत्व की संस्था मान ली गई है, क्योंकि 1969 में संसद के एक अधिनियम के ज़रिए लाइब्रेरी का कंट्रोल भारत सरकार अपने हाथ में ले चुकी है. यहाँ पर उर्दू, फ़ारसी और अरबी की हजारों मसौदे यानी पांडुलिपियाँ मौजूद हैं. इस लाइब्रेरी की अहमियत और क़ीमत का अंदाज़ा आप इसी से लगा सकते हैं कि तुर्की की लाइब्रेरी के बाद हमारे मुल्क़ की इस लाइब्रेरी को दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी लाइब्रेरी के तौर पर जाना जाता है. देखें पूरी खबर