Pankaj Tripathi is worried about the rivers of his village. सूबे की सरकार जल जीवन हरियाली को लेकर कई महत्वपूर्ण योजनाएं चला रही है. जल संचय को लेकर कुएं तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. वहीं कई तालाबों को अमृत सरोवर योजना से विकसित किया जा रहा है. लेकिन वहीं दुसरी तरफ सैकड़ों गाँव को जोड़ने वाली नदी सुखी पड़ी है. जिसे शुरू करने के लिए बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने भावुक बातें कही है. जिले के सदर प्रखण्ड के हिरापाकड़ गंडक नदी से निकलकर सोनपुर कर समीप गंगा नदी में मिलनेवाली छाडी/गंडकी नदी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. वर्ष 2001 में नदी के मुहाने को बंद कर दिया गया तबसे नदी सुखी पड़ी है. तीन जिले गोपालगंज, सिवान,और छपरा के दर्जनों प्रखंडों के किसान नदी के मुहाने बंद होने से प्रभावित हुए हैं. किसानों के सामने सिंचाई की समस्या बनी है तो वहीं जल जीव समाप्त हो चुके हैं नदी के जमीन पर लोग अतिक्रमण कर घर बना रहे हैं. प्रशासनिक उदासीनता के कारण अब छाडी नदी अपने अस्तित्व को लेकर लड़ाई लड़ रही है.