Auto ज्ञान: पूरे देश में हर साल ना जानें कितने लोग सड़क हादसा में अपनी जान गंवाते हैं, आए दिन अखबारों और टेलीविजन पर कार एक्सीडेंट की खबर आते रहती है, जिसमें से ज्यादातर एक्सीडेंट कारों की होती है. इसलिए कार कंपनियां लगातार कारों की सेफ्टी के लिए काम करती रहती है. कंपनियां अपनी हर नई कार में एयरबैग्स को कंपलसरी कर रही है. यह एयरबैग्स Road Accident के वक्त खुद ही खुल जाती है औऱ कार में बैठे लोगों की हिफाजत करती है. लेकिन अब आपके मन में एक सवाल आ रहा होगा कि नए कार में तो एयरबैग्स होते हैं जिससे Accident के वक्त लोगों की जान बचाई जा सकती है. लेकिन क्या ऐसा कोई तरीका है जिससे पुराने कार में एयरबैग्स को इंस्टॉल किया जा सकें. सबसे पहले आपको बताते हैं कि एयरबैग्स इंस्टाल करना एक साफ्टवेयर वर्क है. इसमें कई तरह के सेंसर शामिल होते हैं इसलिए इसे उन कारों में इंस्टाल करना थोड़ा मुश्किल होता है जिसमे पहले से एयरबैग्स ना हो. यह बात तो आप भी जानते हैं कि सभी कार की डिजाइन और डेवलपमेंट अलग अलग तरह से होती है तो एयरबैग्स को इंस्टाल करने के लिए हर कार में तरीका भी अलग होता होगा. किसी भी कार में एयरबैग्स इंस्टॉल करने से पहले उसे कई बार क्रैश टेस्ट किया जाता है. जिससे पता चलता कि वह कार टक्कर के बाद किस तरह से रिश्पांस करेगी कार की क्रैश टेस्ट की स्थिति को देखते हुए उसमें सेंसर और एयरबैग को कैलिब्रेट किया जाता है. इसका मतलब साफ है कि आप किसी और कार की एयरबैग्स को किसी और कार में इंस्टाल नहीं कर सकते हैं. यहां आपको एक बात और बता दूं कि ऐसा करना जान लेवा भी साबित हो सकता है, क्योंकि कभी कभी ऐसा होता है कि आप कार का ब्रेक लगाओं और एयरबैग्स खुल जाए. जिससे काफी नुकसान हो सकता है, लेकिन हां आप अपनी पुरानी कार में एक एयरबैग्स लगा सकते हैं. तो चालिए आपको बताते हैं कि कैसे पुरानी कार में आप एयरबैग्स इंस्टाल कर सकते हैं. लेकिन एक बात और बता दूं यह आपके पॉकेट पर बहुत भारी पड़ने सकता है. इतना भारी कि शायद आप उतने में एक नई कार खरीद लो. हो गए है ना हैरान और परेशान जी हां आप अपनी पुरानी कार की स्टियरिंग को हटाकर ऐसी स्टियरिंग लगवा सकते हैं, जिसमें एयरबैग फिट हो जाए लेकिन यह कुछ कारों में ही संभव है लेकिन बात अगर इसके खर्चे की करें तो आपको लगभग 4-5 लाख रुपये तक इसमें खर्च करने पड़ सकते हैं. इसके बावजूद आपको 100 फीसद सुरक्षा की गारंटी नहीं मिलती है. क्योंकि हर कार के मॉडल के लिए अलग तरह से एयरबैग्स को डिजाइन किया जाता है.