Wolf Attack Video: जब गीदड़ की मौत आती है तो वह शहर की तरफ भागता है. इस मुहावरे को हम बचपन से सुनते आ रहे हैं, और लगभग सभी लोग इस मुहावरे से वाकिफ होंगे. जिसका मतलब होता है.. किसी मुसीबत को खुद चलकर बुलाना, या मुसीबत को दावत देना. इस मुहावरे का मतलब ये भी होता है कि जब कोई मुसीबत आनी होती है, तो इंसान खुद -बखुद उसकी तरफ अपने कदम बढ़ा देता है. पिछले कुछ दिनों से ये मुहावरा हकीकत में बदल रहा है, और सुनी सुनाई चीज़ आँखों के सामने होती दिख रही है. गीदड़ सच में शहर आ रहे हैं और मारे जा रहे हैं. ताजा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर से आया है, जहां कुछ लोगों ने एक गीदड़ की पीट-पीटकर हत्या कर दी. हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि सड़क हादसे में गीदड़ की मौत हुई है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से यूपी-बिहार में जिस तरह से गीदड़ का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. उसको देखते हुए लोग अपनी जान बचाने के लिए गीदड़ को ढूंढकर मार रहे हैं. गीदड़ की डर से लोग शाम होते ही घरों के अंदर चले जाते हैं. लोगों का कहना है कि गीदड़ अब तक दो दर्जन से ज्यादा लोगों को जख्मी कर चुका है, जिसके बाद लोग गीदड़ के आतंक से बचने के लिए उसको खोजकर मार रहे हैं. इससे पहले यूपी के बहराइच में भी गीदड़ों ने कई लोगों को नुकसान पहुंचाया था. गीदड़ की मौत पर पशु चिकित्सा पदाधिकारी राजीव रंजन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गीदड़ की मौत का पता लगाया जा रहा है. उन्होंने लोगों को सख्त हिदायत दी कि गीदड़ को मारना कानून जुर्म हैं. और इसके लिए काफी सख्त सजा का प्रावधान है. इसलिए गीदड़ को मारने की बजाय वन विभाग को उसकी जानकारी दें.