अमेरिका तक पहुंची इजरायल और गाजा जंग की आंच, यह तबका दो खेमों में बंटा
Israel Gaza War: इजरायल और हमास के दरमियान जंग की आंच अब अमेरिका पहुंच रही है. यहां पर अमेरिकी छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. कुछ छात्र गाजा का सपोर्ट कर रहे हैं तो कुछ इजरायल का.
Israel Gaza War: इजरायल और गाजा जंग का असर पूरे अमेरिका के कॉलेज परिसरों में आग की तरह फैल रहा है, जिसमें न्यूयॉर्क का मशहूर परिसर भी शामिल हैं. यहां स्टूडेंट्स को एक पक्ष को चुनने के लिए कहा जा रहा है. मिडिल ईस्ट में इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष पर अमेरिकी कॉलेज परिसरों में तीखी बहस छिड़ी हुई है. मीडिया की खबरों में कहा गया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पैगाम तेजी से फैल रहे हैं, जिसमें लोगों से बांटने वाले मुद्दों पर एक पक्ष चुनने की मांग की जा रही है. इससे यह सवाल उठता है कि: "क्या अभी भी युवा अमेरिकियों के लिए एक-दूसरे से बात करने की जगह कॉलेज है?"
अमेरिका में हुआ विरोध प्रदर्शन
पिछले हफ्ते सैकड़ों छात्रों ने न्यूयॉर्क शहर के कोलंबिया विश्वविद्यालय में अहम क्वाड पर विरोध प्रदर्शन किया, क्योंकि उन्होंने दोनों पक्षों से इज़राइल और फिलिस्तीनी लोगों के सपोर्ट में बातचीत की, लेकिन जिंदगी के नुकसान की मुखालफत की. इजरायल सपोर्टर्स प्रदर्शनकारियों, जिनमें से ज्यादातर यहूदी थे, ने खुद को सफेद और नीले इज़रायली झंडे में लपेट लिया. वे ज्यादातर वक्त चुप रहे, हमास के घातक हमले के पीड़ितों की तस्वीरों वाले संकेतों को उनके बारे में बोलने दिया. चौराहे के उस पार फिलिस्तीनियों का सपोर्ट करने वाले छात्रों ने "फिलिस्तीन को मुक्त करें" और "कब्जा खत्म करें" के नारे लिखीं तख्तियां लहराईं. गाजा की एक छात्रा ने इजरायली नाकाबंदी में फंसी अपनी मां के बारे में बात की.
वैचारिक रूप से अलग हैं छात्र
रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्र कुछ ही गज की दूरी पर अलग-अलग थे, लेकिन उनके बीच वैचारिक दूरी बहुत बड़ी लग रही थी और शाम ढलने के साथ-साथ और यह साफ हो गई. फिलिस्तीन सपोर्टर प्रदर्शनकारियों के नेताओं में से एक ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी में दो छात्र ग्रुपों की तरफ से प्रकाशित एक खुला पत्र जोर से पढ़ा, जिसके एक दिन बाद हमास के आतंकवादियों ने दक्षिणी इज़राइल और कई इज़राइली शहरों में एक संगीत समारोह पर हमला किया, जिसमें कम से कम 1,400 लोग मारे गए और लगभग 150 लोग बंधक बनाए गए.
उदासीन है इजरायल
फ़िलिस्तीनियों के मुताबिक, यह हमला "गाज़ा के लिए एक ऐतिहासिक क्षण माना जाता है, जिन्होंने पृथ्वी पर सबसे घनी आबादी वाले इलाकों में से एक में सालों से खड़ी दीवार तोड़ दी थी." एक वक्ता ने कहा, "फ़िलिस्तीनियों ने अपने उपनिवेशवादी-उत्पीड़क के ख़िलाफ़ जवाबी हमला शुरू किया है." रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायल की प्रतिक्रिया फिलिस्तीनी लोगों की पीड़ा के प्रति उसकी उदासीनता का एक और उदाहरण है.
गाजा में 2700 लोगों की मौत
गाजा से शहर तक पहुंच रही रिपोर्टों में कहा गया है कि जवाबी इजरायली हवाई हमलों के दौरान गाजा में 2,700 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है, जबकि वहां सिर्फ 20 लाख से ज्यादा लोग नाकाबंदी में फंस गए हैं और बिजली और साफ पानी से कट गए हैं. छात्रों को लगता है कि इजरायली अफसरों ने ज्यादा भाषा का इस्तेमाल किया है. रक्षा मंत्री योआन गैलेंट ने हमास के आतंकवादियों को "जानवर" बताया है और कहा कि अगर इजरायल जमीनी हमले शुरू कर दे तो मरने वालों की संख्या बहुत बढ़ जाएगी.