लाल सागर में विद्रोहियों पर नकेल कसेगा भारत; एस जयशंकर से अमेरिकी विदेश मंत्री ने की मुलाकात
Antony Blinken met S Jaishankar: अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और एस जयशंकर ने जर्मनी में मुलाकात की. इस दौरान दोनों लीडर्स ने लाल सागर में नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने की जरूरत पर चर्चा की.
Antony Blinken met S Jaishankar: अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जर्मनी में मुलाकात की. इस दौरान दोनों लीडर्स ने लाल सागर में नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने की जरूरत पर चर्चा की. ब्लिंकन और जयशंकर ने साथ ही इस बात को भी रेखांकित किया कि लाल सागर में बने हालात में भारत और अमेरिका आर्थिक स्थायित्व की रक्षा में किस प्रकार से अहम भूमिका निभा रहे हैं.
दोनों लीडर्स ने 16 फरवरी को जर्मनी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से इतर मुलाकात की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘‘ब्लिंकन और जयशंकर ने लाल सागर में नौवहन की स्वतंत्रता की सुनिश्चित करने की जरूरत पर चर्चा की.’’ उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने रेखांकित किया कि लाल सागर में समुद्री सुरक्षा के इलाके में अमेरिका और इंडिया का रुख समान है और वे इलाके में आर्थिक स्थिरता की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
मिलर ने आगे कहा, "दोनों लीडर्स ने पश्चिम एशिया में स्थायी शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में जारी कार्यों पर भी चर्चा की. दरअसल यमन के हूती विद्रोही हमास और इसराइल के बीच जारी जंग में सीजफायर की मांग के लिए लाल सागर में पिछले साल नवंबर 2023 से जहाजों को निशाना बनाते हुए हमले कर रहे हैं.
जयशंकर ने कही ये बात?
जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘आज दोपहर एमएससी (म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन) 2024 के मौके पर अपने मित्र अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से मिलकर बहुत अच्छा लगा. हमारी बातचीत पश्चिम एशिया, यूक्रेन और हिंद-प्रशांत की स्थिति पर केंद्रित रही. हमारे द्विपक्षीय संबंधों में निरंतर प्रगति की समीक्षा की गई.’’
अमेरिकी विदेश मंत्री ने क्या कहा?
इस बैठक के बाद, ब्लिंकन ने जयशंकर के साथ पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, “अमेरिका और भारत के बीच हमारी असाधारण साझेदारी है, जो हाल के साल मजबूत हुई है, पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हुई है और यह हमारे लिए दुनिया में सबसे ज्यादा परिणाम देने वाले रिश्तों में से एक है.” उन्होंने कहा, "दोनों मुल्क कई महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं पर ‘मिलकर काम कर रहे हैं’ जो ‘भारत और अमेरिका के लोगों के जीवन में बदलाव ला रहे हैं."