56 साल बाद भारत-बांग्लादेश चिलाहाटी-हल्दीबाड़ी रेल लिंक फिर से बहाल, INDO-PAK युद्ध के समय हुआ था बंद
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam955292

56 साल बाद भारत-बांग्लादेश चिलाहाटी-हल्दीबाड़ी रेल लिंक फिर से बहाल, INDO-PAK युद्ध के समय हुआ था बंद

इस रेल लिंक को भारत और बांग्लादेश के बीच पांचवें रेल लिंक के रूप में फिर से शुरू किया गया है. दोनों सरकारों ने अपने रेल संपर्क और द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत करने के लिए इस रेल लिंक को बहाल किया है. 

इतवार को हल्दीबाड़ी-चिलाहाटी रेलवे मार्ग पर बहाल हुई पहली ट्रेन

जलपाईगुड़ीः भारत और बांग्लादेश के बीच हल्दीबाड़ी-चिलाहाटी रेलवे मार्ग पर वाणिज्यिक सेवाएं इतवार को एक मालगाड़ी के पड़ोसी देश की यात्रा के साथ बहाल हो गई. यह रेल मार्ग 56 साल से ज्यादा समय से बंद पड़ा था. इस रेल मार्ग का पुनरुद्धार किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना ने 17 दिसंबर, 2020 को इसका उद्घाटन किया था. हालांकि, महामारी की वजह से उसके बाद आधिकारिक तौर पर मार्ग पर कोई ट्रेन नहीं चली थी. पत्थर के चिप्स से लदी 58 डिब्बों वाली मालगाड़ी इतवार की सुबह साढ़े दस बजे अलीपुरद्वार के डिमडिमा स्टेशन से निकली. यह हल्दीबाड़ी के रास्ते बांग्लादेश के चिलाहाटी जाएगी. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के तर्जुमान ने शनिचर को कहा था, ’’हल्दीबाड़ी और चिलाहाटी के बीच पहली व्यावसायिक सेवा इतवार को शुरू होगी. इस रेल लिंक को भारत और बांग्लादेश के बीच पांचवें रेल लिंक के रूप में फिर से शुरू किया गया है. दोनों सरकारों ने अपने रेल संपर्क और द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत करने के लिए इस रेल लिंक को बहाल करने का काम शुरू किया है. 

भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद बंद हुआ था ये रेल लाइन 
1947 में विभाजन के बाद से लेकर 1965 तक दोनों देशों के बीच इस रेल मार्ग पर ट्रेनें चलती थी, लेकिन भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद, दोनों देशों के बीच रेल सेवा बंद हो गई थी. उस वक्त दोनों देशों के बीच 7 रेल लिंक चालू थे. वर्तमान में, बांग्लादेश और भारत के बीच चार परिचालन रेल लिंक हैं- बेनापोल (बांग्लादेश)-पेट्रापोल (भारत), दर्शन (बांग्लादेश)-गेडे (भारत), रोहनपुर (बांग्लादेश)-सिंहाबाद (भारत), और बिरोल (बांग्लादेश)- राधिकापुर (भारत). अभी पांचवे की शुरूआत फिर से कर दी गई है. 

इन वस्तुओं का निर्यात होगा इस मार्ग से 
इस रेल मार्ग से भारत से बांग्लादेश को जिन वस्तुओं का निर्यात किया जा सकता है उनमें पत्थर और पत्थर, खाद्यान्न, ताजे फल, रासायनिक उर्वरक, प्याज, मिर्च, लहसुन, अदरक, फ्लाई ऐश, मिट्टी, चूना पत्थर और लकड़ी शामिल हैं. भारतीय रेलवे ने पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के दमदीम स्टेशन से पत्थरों से लदी पहली मालगाड़ी को बांग्लादेश के लिए रवाना किया.

Zee Salaam Live Tv

Trending news