इस्लामाबादः सिद्धार्थ मलहोत्रा और रश्मिका मंदाना अभिनीत बॉलीवुड फिल्म 'मिशन मजनू' का ऑफिशियल ट्रेलर जारी हो गया है और फिल्म 20 जनवरी को रिलीज होने वाली है. फिल्म का ट्रेलर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. भारतीय दर्शक इसे काफी पसंद कर रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ पाकिस्तान की एक अभिनेत्री सनम सईद इस फिल्म के ट्रेलर पर भड़क गई हैं. सनम सईद ने बॉलीवुड पर मुसलमानों और पाकिस्तान की छवि खराब करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने भारत-पाक संबंधों और दोनों देशों के बीच जारी सीमा विवाद के बीच पाकिस्तानी कलाकरों के बॉलीवुड में बैन की भी आलोचना की है. गौरतलब है कि 'मिशन मजनू’ फिल्म पाकिस्तान की पृष्ठभूमि में बनाई गई है, जिसमें सिद्धार्थ मलहोत्रा एक मुस्लिम किरदार में पाकिस्तान में भारत के लिए जासूसी करते हुए नजर आएंगे. 

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मुसलमानों को दुश्मन के तौर पर पेश करता है बॉलीवुड 
'जिंदगी गुलज़ार है’ फेम अभिनेत्री सनम सईद ने कहा है कि बॉलीवुड मुसलमानों और पाकिस्तान को लेकर बायस्ड रहता है. वह अपनी फिल्मों में अक्सर मुस्लिम किरदार के लिए सिर पर जालीदार टोपी, आंखों में सुरमा, हरे रंग का गमछा और सिर झुकाकर आदाब-आदाब करता दिखाते हैं. उन्हें हमेशा एक विलन या दुश्मन की तरह दिखाते हैं. यही हाल पाकिस्तान के मामले में भी है. सनम सईद ने कहा कि बॉलीवुड की सभी फिल्में पाकिस्तान के विरोध में और उसे एक दुश्मन देश के तौर पर पेश करती है. जब कि ये सच्चाई नहीं है. बॉलीवुड की फिल्में भी राजनीति से प्रेरित होकर बनती हैं. सनम ने कहा कि मैंने आज तक कोई ऐसी फिल्म नहीं देखी जिसमें दोनों देशों को एक मित्र देश और एक साझा मुद्दे पर मिलकर लड़ते हुए दिखाया गया हो. 

ठीक नहीं है पाकिस्तान के कलाकारों पर बॉलीवुड में बैन 
गौरतलब है कि पाकिस्तान के कुछ कलाकार भारत आकर बॉलीवुड इंडस्ट्री में काम करते रहे हैं. फवाद खान और माहिरा जैसी बड़े कलाकार भी भारतीय फिल्मों में काम कर चुके हैं. लेकिन साल 2016 में उरी में पाक समर्थित आतंकवादी हमलों के बाद बॉलीवुड ने पाकिस्तानी कलाकारों को फिल्मों में काम देना बंद कर दिया है. इस मुद्दे पर भी सनम सईद ने कहा कि सीमा विवाद के कारण दोनों देशों के संस्कृति, रचनात्मकता और कला के सहयोग और आदान-प्रदान पर प्रतिबंध लगाना उचित नहीं है. 


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